राज्य में कोविड -19 के मामलों की कुल संख्या 38 हुयी
मुख्यमंत्री ने सरपंचों को कफ्र्यू राहत के लिए पंचायत फंड बरतने और मैडीकल एमरजैंसी के लिए पास जारी करने के लिए अधिकृत किया
ज़मीनी हकीकतों का जायज़ा लेने के लिए फील्ड में तैनात पुलिस कर्मियों और डॉक्टरों के साथ वीडियो चैट की
चंडीगढ़, 27 मार्च: पंजाब सरकार द्वारा कोविड -19 की जांच और एकांतवास स्थापित करने की सहूलतें स्थापित करने के साथ मुख्यंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को कफ्र्यू के दौरान राहत कामों में तेज़ी लाने के लिए सरपंचों को एमरजैंसी राहत और गरीबों और ज़रूरतमंदों की मदद के लिए पंचायत फंड के प्रयोग के लिए अधिकृत किया है। सरपंच को पंचायत फंड में से रोज़ाना के 5000 रुपए ख़र्च करने का अधिकार दिया गया है और वह अधिक से अधिक कुल 50 हज़ार रुपए तक ख़र्च सकते हैं। इसके अलावा सरपंचों को सम्बन्धित गाँव में मैडीकल एमरजैंसी की हालत में रात 7 बजे से प्रात:काल 6 बजे तक पास या पत्र जारी करने के लिए अधिकृत किया गया जिससे जरूरतमंद व्यक्ति डॉक्टर के पास या अस्पताल जाकर अपना इलाज करवा सके।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार यह पहलकदमियां सरकार की गाँवों तक राज्य के अधिक से अधिक लोगों को राहत देने के लिए उठाईं गई हैं जिससे कोविड -19 के संकट के दौरान लगे कफ्र्यू के कारण लोगों को हो रही परेशानियां कम हो सकें। मुख्यमंत्री जो निजी तौर पर राज्य में सारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं, ने कोविड -19 के टैस्टों की जांच को और तेज़ करने के आदेश दिए हैं। पिछले सिफऱ् दो दिनों में 233 सैंपलों की जांच की गई है जिनमें से 7 टैस्ट पोज़ेटिव पाये गए हैं। इस तरह राज्य में अब तक टैस्ट किये नमूनों की संख्या 789 हो गई है जिनमें से 38 पोज़ेटिव और 480 नेगेटिव पाये गए हैं जबकि 271 की रिपोर्ट अभी आनी है।
प्रवक्ता ने बताया कि आज तक राज्य में पोज़ेटिव पाये 38 मामलों में से एक की मौत हुई और एक मरीज़ ठीक हुआ है। सभी पुष्टि वाले मामलों का इलाज बढिय़ा चल रहा है और किसी को कोई शिकायत नहीं है। प्रवक्ता के अनुसार कैप्टन अमरिन्दर सिंह सारी स्थिति पर बड़े नज़दीक से नजऱ रख रहे हैं और यह यकीनी बना रहे हैं कि सबसे आगे डटे कर्मचारी जिनमें डॉक्टर, पैरामेडिकल, पुलिस कर्मचारी शामिल हैं, को पीपीयी किटों, एन-95 मास्क, तीहरी परत वाले मास्क, सैनीटाईजऱ, दस्ताने आदि की पूरी सप्लाई पहुँच रही है। प्रवक्ता ने कहा कि सेहत विभाग की तरफ से मरीज़ों की देख-भाल सैंपल इक_ा करने, आने -जाने के, कीटाणू मुक्त करते समय मास्क और पीपीई किटों के प्रयोग सम्बन्धी दिशा-निर्देशों जारी किये हुए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं।
सेहत व परिवार कल्याण विभाग द्वारा कोविड -19 के पोज़ेटिव पाये जाने वाले मरीज़ों के इलाज के लिए 2708 बिस्तरों की क्षमता वाले 20 एकांतवास सहूलतों की शिनाख्त की गई है। मुख्यमंत्री ने विभाग को निर्देश दिए हैं कि अन्य सहूलतों के साथ बिस्तरों की क्षमता 5000 तक की जाये। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के मैडीकल और पैरा-मेडिकल स्टाफ द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की साथ ही प्राईवेट क्षेत्र द्वारा दिए जा रहे सहयोग की भी प्रशंसा भी की क्योंकि कई प्राईवेट क्षेत्र वालों ने स्वैच्छा से आई.सी.यू. बैडों और वैंटीलेटरों की सेवाएं प्रदान की हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा मुहैया करवाई जा रही सहूलतों संबंधी जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने कहा कि ज़रूरत पडऩे पर गंभीर मरीज़ों के इलाज के लिए सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों में कुल 889 आई.सी.यू. बैड हैं और 387 वैंटीलेटर की सुविधा मौजूद है। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई स्थिति से निपट रहे कुछ पुलिस कर्मचारियों और डॉक्टरों से भी वीडियो चैट पर बात की। उन्होंने ज़मीनी स्तर की स्थिति पूछी और उनको अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच बनाने की सलाह दी।
उन्होंने पुलिस कर्मचारियों को हर समय मानवीय बरताव और नरम दिल पहुँच अपनाने के लिए भी अपील की। प्रवक्ता ने बताया कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इन डॉक्टरों और पुलिस मुलाजि़मों को अपनी ड्यूटी निभाते वक्त मास्क पहनने समेत सभी एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने उनको ड्यूटी निभाते समय किसी किस्म की मुश्किल आने संबंधी भी पूछा और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार से पूरी मदद की पेशकश की। मुख्यमंत्री ने उनको और उनके परिवार को शुभकामनाएँ भी दी। बाद में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने ‘ट्वीट किया, ‘‘आज अपनी ड्यूटी निभा रहे डॉक्टरों और पुलिस के जवानों के साथ बातचीत की। मैं सभी नायकों को सलाम करता हूँ जो कोविड -19 की हार को यकीनी बनाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। आओ, हम सभी नियमों का पालन करें क्योंकि इस कठिन समय में इसी तरह ही हम इनकी मदद कर सकते हैं।’’
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि कोविड -19 के फैलाव को रोकने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है। उन्होंने बताया कि राज्य और जि़ला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किये जा चुके हैं जिससे ज़रूरत पडऩे पर हरेक तरह की मदद मुहैया करवाई जा सके। उन्होंने आगे कहा कि आम लोगों की पूछताछ के लिए 104 मैडीकल हेल्पलाइन 24 घंटे चल रही है। इसी दौरान सरकार द्वारा 90,000 व्यक्तियों जो 15 फरवरी, 2020 के बाद विदेशों से आए और पंजाब के गाँवों में गए, में से हरेक व्यक्ति की खोज करने के लिए किये जा रहे यत्नों की श्रृंखला के तौर पर मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग को ऐसे सभी व्यक्तियों से सम्बन्धित जानकारी एकत्रित करने के हुक्म दिए। उन्होंने सभी सरपंचों को अगले दो दिनों के में विभाग को जानकारी देने की अपील की। इस प्रक्रिया के अंतर्गत सूची लगभग तैयार है परन्तु सावधानी के तौर पर विभाग को सरपंचों के पास पहुँच करने के लिए कहा गया है।
कोविड -19 के संकट के कारण गरीबों को पेश मुश्किलों को घटाने के यत्नों के तौर पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केंद्र सरकार को अनाज का अतिरिक्त वितरण को पहले एलाने तीन से छह महीनों तक बढ़ाने की अपील की। यह बहुत ज़रूरी है कि कमज़ोर वर्गों और दिहाड़ीदारों जो इस महामारी के कारण अपना रोजग़ार गवा चुके हैं, को ख़ुराक न मिलने के कारण कठिनाई झेलनी न पड़े।