ऐमस्टरडम के शिपोन हवाई अड्डे पर फंसे 113 भारतीय नागरिक आज रात लौट रहे हैं देश
चंडीगढ़, 22 मार्च:भारतीय नागरिकों को कोविड-19 से बचाने के लिए सरकार द्वारा तय नियमों का पालन करने की अपील करते हुए पंजाब के खेल और युवक सेवाएं और एन.आर.आई मामलों सम्बन्धी मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने आज ऐमस्टरडम के शिपोन हवाई अड्डे पर फंसे 113 भारतीय नागरिकों के साथ एकजुटता व्यक्त की है।
यह भारतीय नागरिक अमरीका से लौटते समय यहाँ फंस गए थे।इन भारतीय नागरिकों को देश वापस लाने के किये गए फ़ैसले के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और उन्होंने ख़ुद इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष बहुत ज़ोर-शोर से उठाया था और इस सम्बन्धी केंद्रीय मंत्रियों के साथ मुलाकात भी की थी जिनमें केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने न केवल उनके गंभीर यत्नों को स्वीकार किया बल्कि इन निर्दोष भारतीयों को वापस लाने का वादा भी किया था।
यहाँ यह बताना उचित होगा कि ये सभी भारतीय नागरिक कोरोना वायरस के खतरे के कारण ऐमस्टरडम के हवाई अड्डे पर फंस गए थे और भारत सरकार को अपने बचाव के लिए अपील कर रहे थे और दोष लगा रहे थे कि जब वह नई दिल्ली हवाई अड्डे से 2 घंटे की दूरी पर थे तो अथॉरिटी ने उनके हवाई जहाज़ को भारतीय ज़मीन पर उतरने की आज्ञा देने से इन्कार कर दिया जिस कारण उनके जहाज़ को आधे हवाई रास्ते से वापस लौटना पड़ा। इससे पहले कोरोना वायरस के संभावी खतरे को टालने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के भारतीय हवाई क्षेत्र में दाखि़ले पर पाबंदी लगा दी गई थी। अब केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार द्वारा इस मामले को उठाने के बाद इसे विशेष मामला मानते हुए भारत में दाखि़ले की आज्ञा दे दी है।