जिला प्रशासन बेहतरीन उपचार सेवाएं प्रदान करने में जुटा: उपायुक्त गिरीश दयालन
आवास एकांतवास का मतलब किसी व्यक्ति का कोरोनावायरस पॉजि़टिव होना नहीं
एस.ए.एस. नगर, 21 मार्च: जिला प्रशासन कोरोनावायरस से पीडि़त लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने में निरंतर जुटा हुआ है और इसके अलावा इसके द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस संबंधी अफवाहें न फैलाई जाएं जिससे लोगों में भय का माहौल पैदा हो।
आज यहां कोरोनावायरस की बीमारी से निपटने संबंधी हुई एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त श्री गिरीश दयालन ने कहा कि लोगों को अफवाहों की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देना चाहिए बल्कि उन्हें सावधानी बरतने के साथ-साथ इस बिमारी को रोकने के लिए सामाजिक मेल-जोल से भी बचना चाहिए।
उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि आवास एकांतवास का यह मतलब नहीं है कि किसी व्यक्ति में इस बिमारी के लक्षण हैं या वह कोरोनावायरस पॉजि़टिव है। यह इस बीमारी के विरूद्ध केवल एक एहतियाती कदम है।
गौरतलब है कि आज मोहाली में कोविड-19 के 3 और पॉजि़टिव मामले समाने आए हैं। ये सभी इससे पहले पुष्ट मामलों के संपर्क वाले लोग हैं या इनकी यूके की ट्रैवल हिस्ट्री है। ये सभी अस्पताल में एकांतवास में हैं और इनके संपर्क में आए लोग एकांतवास और निगरानी अधीन हैं।
पहला मामला एक 74 वर्षीय महिला का है जो इससे पहले पॉज़ीटिव पाई गई 69 वर्षीय महिला की बहन है जो यूके से लौटी थी और अब फोर्टिस में एकांतवास में है। दूसरा मामला एक 28 वर्षीय महिला का है जोकि चंडीगढ़ के एक पॉजि़टिव मामले के संपर्क में आई थी और यह एक चार पहिया वाहन की ऐजंसी में काम करती है और इस समय सिविल अस्पताल, फेज़-6, मोहाली में दाखिल है। तीसरा मामला सैक्टर-69 की रहने वाली एक 42 वर्षीय महिला का है जोकि जीएच-16, चंडीगढ़ में दाखिल है। यह महिला भी 12 मार्च को यूके से लौटी थी।
मोहाली में कोरोनावायरस के अब कुल मिलाकर 4 पुष्ट मामले हैं।