तीसरा आरोपी पुलिस कर्मचारी भी गिरफ्तार, 7.62 बोर के पांच कारतूस हुए बरामद
मनन सैनी
गुरदासपुर। कस्बा धारीवाल के डडवां रोड़ पर शिवसेना नेता हनी महाजन तथा अशोक कुमार पर अंधाधुंध फायरिंग कर अशोक कुमार की हत्या के केस संबंधी परते धीरे धीरे कर खुलती जा रही है। इस केस के तार विदेशी फंडिग से भी जुडे है तथा अब आरोपियों के उपर पुलिस की ओर से अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट(यूएपीए) भी लगाया गया है। पुलिस ने रविवार को तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की जो पंजाब पुलिस का ही कर्मचारी है। पुलिस को उक्त कर्मचारी से 7.62 बोर के पांच कारतूस भी बरामद हुए है।
इस संबंधी जानकारी देते हुए गुरदासपुर के एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि 11 फरवरी को डडवां रोड़ पर की गई फायरिंग के केस में तीसरे आरोपी प्रिंस कुमार पुत्र रवि कुमार निवासी तिब्बड़ की भी गिरफ्तारी की गई है। प्रिंस पंजाब पुलिस में सैकेंड कमांडो में सिपाही है। मुख्य आरोपी सिमरजीत सिंह पुत्र कपूर सिंह निवासी कंडियाला (बटाला) ने सबसे पहले प्रिंस से कारतूसों की मांग की थी। जिसके चलते प्रिंस ने उन्हे तरनतारन गन हाउस से कारतूस दिलाए। प्रिंस के पास से भी पुलिस को 5 कारतूस बरामद हुए है।
एसएसपी सिंह ने बताया कि इस केस में अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट (यूएपीए) भी लगाया है। क्योंकि इस केस में विदेशों से भी फंडिग हुई है। जिसकी गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है। उन्होने कहा कि जिस तरनतारन गन हाउस से कारतूस लिए गए थे उसमें भी पुलिस को जल्द कई अहम खुलासे होने की संभावना है। उन्होने कहा कि इस केस की गहनता से पड़ताल की जा रही है तथा इस केस को बेहद संजीदगी के साथ लिया जा रहा है। वह इस केस की तह तक जाएगें जिसमें वह पहले से ही लगे हुए है।
गौर रहे कि शनिवार देर रात पुलिस ने धारीवाल फायरिंग तथा हत्या कांड़ में सनी पुत्र नरिंदर निवासी कालौनी औजला थाना तिब्बड़ तथा सिमरजीत सिंह पुत्र कपूर सिंह निवासी कंडियाला (बटाला) को गिरफ्तार किया था। सनी की निशानदेही पर पुलिस ने धारीवाल नहर के पीछे छिपा कर रखे 7.62 बोर के 20 कारतूस भी बरामद किए थे। जो तरनतारन गन हाउस से लिए गए थे।