गन्ने की बकाया राशि को लेकर नाराज किसानों ने मिल प्रंबंधकीय ब्लाक को जड़ा ताला
जनरल मैनेजर समेत अन्य स्टाफ को सात घंटे तक अंदर कैद रखा, प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद शाम पांच बजे स्टाफ को छोड़ा
दीनानगर (गुरदासपुर)। गन्ने की बकाया राशि को लेकर सहकारी शुगर मिल पनियाड़ के बाहर धरने पर बैठे किसानों ने सोमवार को सरकार के रवैये से नाराज होकर मिल प्रबंधकी ब्लाक को ताला जड़ दिया और मिल के जनरल मैनेजर समेत प्रबंधकीय ब्लाक व महिला स्टाफ समेत मौजूद पूरे स्टाफ को सात घंटे अंदर ही कैद कर रखा। प्रदर्शनकारी किसानों ने इस दौरान न तो किसी को प्रबंधकीय ब्लाक के अंदर जाने दिया और न ही किसी को बाहर आने दिया। अंत में जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद शाम पांच बजे स्टाफ को बाहर निकाला गया और किसानों को प्रबंधकीय ब्लाक के समक्ष से धरना हटाने के लिए मनाया गया।
गौरतलब है कि गन्ने के सीजन 2018-19 के 607 करोड़ रुपये, चालू सीजने का दिसंबर 2019 तक का 345 करोड़ समेत अन्य सैंकड़े करोड़ रुपयेशुगर मिलों की तरफ फंसी हुई गन्ने की अदायगी को लेकर सैंकड़े किसान लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी के प्रधान बलदेव सिंह सिरसा के नेतृत्व दस फरवरी से मिल के सामने धरने पर बैठे हैं। गत दिन जब सरकार के रवैये से नाराज होकर किसानों ने अमृतसर पठानकोट नेशनल हाइवे जाम किया था तो प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किसानों की मांगों को हल करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन उनकी मांगों को लागू नहीं किया। इस कारण आक्रोश में आए किसानों ने शुगर मिल के मुख्य गेट को ताला जड़ दिया। और स्टाफ को अंदर बंद कर दिया गया।
उधर सूचना मिलने के बाद एडीसी तेजिंदरपाल सिंह संधू,एसडीएम रमन कोछड़, एसपी डी हरविंदर सिंह व डीएसपी महेश सैनी समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों की किसानों के साथ करीब दो घंटे बैठक चली। जिसके बाद किासनों ने गेट के आगे से धरना उठा लिया और मिल के गेट से ताला खोल दिया गया।
एडीसी संधू ने कहा कि आज भी पंजाब की नौ सहकारी मिलों से संबंधित गन्ना काश्तकारों के खातों में 19 करोड़ रुपये डाले गए हैं। जबकि कुध दिन पहले भी 25 करोड़ रुपये डाले गए थे। सरकार द्वारा एक दिन छोड़क़र 60 लाख रुपये लगातार गन्ना काश्तकारों के खातों में डाले जाएंगे। दूसरी तरफ धरने की अगुवाई कर रहे लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी के प्रधान बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि सरकार द्वारा भेजी जा रही इस राशि से किसानों के मसले हल नहीं होंगे। जब किसानों का मिलों की तरफ हजार करोड़ रुपये की राशि बकाया है तो केवल कुछेक करोड़ से किसानों के पल्ले कुछ नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वह प्रबंधकीय गेट के समक्ष से अपना धरना जरुर हटा लेते हैं। लेकिन उनका मिल के बाहर धरना लगातार जारी रहेगा।
इस मौके पर जसवंत सिंह,,हरदेव सिंह, अमृतपाल सिंह, रणबीर सिंह, बलविंदर सिंह, मेजर सिंह, अवतार सिंह,राज कुमार, हरविंदर सिंह,दिलबाग सिंह, प्रकाश सिंह, सुखजिंदर सिंह, सतनाम सिंह,गुरमीत सिंह,बख्शीश सिंह, बावा सिंह, प्यारा सिंह, दलेर सिंह,जसवीर सिंह आदि उपस्थित थे।