पंजाब पुलिस के खिलाफ विभिन्न हिंदू संगठनों ने निकाला रोष मार्च, दिया धरना
मृतक अशोक कुमार के पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा 20 लाख रुपए आर्थिक सहायता की मांग
मनन सैनी
गुरदासपुर। कस्बा धारीवाल में गत देर रात दो मौने अज्ञात युवकों की ओर से की गई अंधाधुंध फायरिंग में अशोक कुमार की मौत तथा शिवसेना नेता हनी महाजन के गंभीर जख्मी हो जाने के रोष के चलते धारीवाल शहर मंगलवार को पूरी तरह बंद रहा। इस बंद में शिवसेना समेत कई अन्य संगठनों ने पंजाब पुलिस तथा सरकार के खिलाफ रोष मार्च कर डडवा चौंक धारीवाल में धरना दिया। वहीं पुलिस की ओर से शहर के चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बढ़ाई गई तथा किसी प्रकार का कोई तनाव न हो इसका ध्यान रखा गया। पुलिस की ओर से मृतक के पिता के ब्यानों पर मामला दर्ज कर, मृतक अशोक कुमार के शव का पोस्टमार्टम कर उसका दांह संस्कार भी करवाया गया, जिसमें शहर निवासियों ने नम आंखों से अशोक कुमार को विदाई दी।
अशोक कुमार की मौत तथा हनी महाजन पर हुई फायरिंग के विरोध में गत देर रात ही विभिन्न हिंदू संगठनों की ओर से शहर में बंद का आवाह्न किया गया था। जिसके चलते शहर में पुलिस की ओर से कोई अप्रिय घटना न घटित हो इसका विशेश रुप से ध्यान रखा गया। मामले संबंधी खुद आईजीपी एस.पी.एस परमार तथा एसएसपी स्वर्णदीप सिंह बेहद संजीदगी से घटना की तह तक जाने का प्रयास कर रहे है। वहीं दूसरी ओर शिवसेना तथा हिंदू संगठनों की ओर से शहर के डडवां चौक पर धरना दिया गया।
डीजीपी पंजाब के पास हिंदू भाईचारे के नेताओं पर हो रहे कातिलाना हमलों की बात सुनने का समय नही- पवन गुप्ता
धरने के दौरान संबोधन करते हुए शिवसेना हिंदोस्तान के राष्ट्रीय प्रधान पवन गुप्ता ने कहा कि डीजीपी पंजाब के पास हिंदू भाईचारे के नेताओं पर हो रहे कातिलाना हमलों की बात तक सुनने का वक्त नही है। उन्होने कहा कि कातिलाना हमला पुलिस प्रशासन और खूफिया विभाग की अनंदेखी का नतीजा है।
लगभग चार घंटे तक चले रोष धरने में संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि अगर पंजाब से बाहर किसी अन्य समुदाय के किसी व्यक्ति के साथ कोई घटना घटती है तो पंजाब के मुख्यमंत्री तुरंत ब्यानबाजी करके केंद्र सरकार को दखल देने की बात कहते है। परन्तु हनी महाजन पर हुए कातिलाना हमले और एक नौजवान की हुई मौत के कई घंटो बाद भी मुख्यमंत्री पंजाब या डीजीपी दिनकर गुप्ता का कोई ब्यान नही आया। पवन गुप्ता ने कहा कि हनी महाजन तथा कई अन्य नेताओं को मिल रही कई तरह की धमकियों के संबंध में उन्होने डीजीपी पंजाब के साथ मिलने के कई प्रयत्न किए। परन्तु डीजीपी पंजाब के पास उनकी बात सुनने का वक्त ही नही है। सुरक्षा ऐंजसियों पर शब्दी हमला करते हुए कहा कि पंजाब की सुरक्षा ऐजंसिया बुरी तरह फेल साबिल हो चुकी है।
इस मौके पर शिवसेना पंजाब के राष्ट्रीय प्रधान संजीव घनौली, शिव सेना टकसाली के राष्ट्रीय नेता संजीव सूरी, शिव सेना बाल ठाकरे के हरविंदर सोनी, रोहित महाजन, रवि शर्मा, रोहित मैगी, सतीश महाजन, जय प्रकाश लाली आदि वक्ताओं ने भी रोष धरने को संबोधन करते हुए सरकार से मांग की कि मृतक अशोक कुमार के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, 20 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने के साथ साथ हनी महाजन का इलाज मुफ्त करवाया जाए। उन्होने यह भी मांग कि हिंदू संगठनों की मुलाकात मुख्यमंत्री पंजाब से करवाई जाए। रोष धरने में पहुंचे एडीसी (जनरल) तेजिंदर पाल संधू ने प्रर्दशनकारियों को विश्वास दिलाया कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री पंजाब को लिख कर भेजेगें। जिसके उपरांत धरना उठाया गया।