अस्पतालों में फिंगरप्रिंट रीडरों के साथ-साथ आईरिस स्कैनर पहले ही उपलब्ध-बलबीर सिंह सिद्धू
चंडीगढ़, 4 फरवरी: सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत ई-कार्ड बनाने के लिए लाभपात्रियों की बायोमैट्रिक के लिए फिंगरप्रिंट लेने में असफल स्कैनरों सम्बन्धी रिपोर्टों का गंभीर नोटिस लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने फिंगरप्रिंट स्कैनर के असफल होने की सूरत में समूह सिविल सजनों को लाभपात्रियों को रजिस्टर करने के लिए सभी सूचीबद्ध अस्पताल में पहले ही लगाए आईरिस स्कैनरों सम्बन्धी लोगों को जागरूक करने के लिए निर्देश दिए हैं।
स. बलबीर सिंह ने बताया कि लाभपात्री दो प्रक्रियाओं के प्रयोग के साथ अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं जबकि सरबत सेहत बीमा योजना के लिए बनाए गए सॉफ्टवेयर में पहले ही यह उपयुक्त व्यवस्था उपलब्ध है जिसके अंतर्गत लाभपात्रियों को फिंगरप्रिंट रीडर या आईरिस स्कैनर (आँखों की पुतलियाँ) के द्वारा रजिस्टर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्धी सभी सूचीबद्ध अस्पतालों को पहले ही हिदायतें जारी की जा चुकीं हैं और यदि इस सम्बन्धी कोई ढील पाई जाती है तो सम्बन्धित स्वास्थ्य संस्थान के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार सरबत सेहत बीमा योजना के हर योग्य लाभपात्री को कवर करने के लिए वचनबद्ध है जिससे जरूरतमंद मरीज़ों को घर-घर मानक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाना यकीनी बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने 20 अगस्त, 2019 से इस प्रमुख स्कीम की शुरुआत की थी और सिफऱ् 5 महीनों में राज्य स्वास्थ्य एजेंसी ने लाभपात्रियों को 40,83,715 ई-कार्ड जारी किये। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रक्रिया को और तेज़ करने के लिए पंजाब सरकार द्वारा ई-कार्ड बनाने के लिए नयी एजेंसी नियुक्त की गई है।
स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि इस स्कीम के अंतर्गत अब तक 1,36,425 मरीज़ों को 147.10 करोड़ रुपए की स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाई जा चुकीं हैं। इनमें से 2462 मरीज़ों को दिल की सजऱ्री, 2183 मरीज़ों कैंसर के इलाज और 3720 बुज़ुर्गों के जोड़ों के ऑपरेशन सम्बन्धी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गई हैं।