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राष्ट्रीय पशुधन चैंपियनशिप और एग्री एक्सपो-2020 बटाला में 27 फरवरी से 2 मार्च, 2020 तक-तृप्त बाजवा

राष्ट्रीय पशुधन चैंपियनशिप और एग्री एक्सपो-2020 बटाला में 27 फरवरी से 2 मार्च, 2020 तक-तृप्त बाजवा
  • PublishedJanuary 23, 2020


पाँच दिवसीय इस चैंपियनशिप के दौरान दूध दोहने की मज़दूरी और पशु नसलों के मुकाबलों में विजेताओं के लिए 2 करोड़ रूपए का नकद ईनाम

चंडीगढ़, 23 जनवरी:राष्ट्रीय पशुधन चैंपियनशिप और एग्री एक्सपो-2020 पंजाब सरकार द्वारा पी.एच.डी. चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सहयोग से 27 फरवरी, 2020 से 2 मार्च, 2020 तक करवाई जा रही है।

यह जानकारी पशु पालन, मछली पालन और डेयरी विकास मंत्री स. तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने दी और इस समागम सम्बन्धी पुस्तिका भी जारी की। यह पाँच दिवसीय समागम बटाला के पुडा ग्राऊंड में करवाया जायेगा।


मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार और पी.एच.डी. चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिलकर किसानों, पशुधन मालिकों, वैटरनरीज़, पोषण माहिर और फूड प्रोसेसिंग और एग्री विज्ञान से विभिन्न हिस्सेदारों के लिए इस विशाल समारोह के 11वें एडिशन का आयोजन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि समागम के दौरान सभी के लिए और ज्य़ादा उत्पादकता एवं लाभ प्राप्त करने के तरीकों और साधनों पर ध्यान केन्द्रित किया जायेगा। उन्होंने आगे बताया कि यह 11वीं राष्ट्रीय पशूधन चैंपियनशिप 2020 पाँच दिनों तक चलेगी। इसमें विभिन्न मुकाबले करवाए जाएंगे, जिसमें गाएँ, भैंसें और बकरियों के दूध दोहने की मज़दूरी के मुकाबले हैं और साथ ही घोड़े, गाएँ, भैंसें, भेडें, बकरियां, सूअर, कुत्ते, पोल्ट्री के नसलों के मुकाबले करवाए जाएंगे।

दूध दोहने और नसल के मुकाबलों में विजेता जानवरों के मालिकों को 2 करोड़ रुपए के नकद ईनाम दिए जाएंगे और साथ ही विजेताओं को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित भी किया जायेगा और साथ ही पुरस्कार विजेताओं में ब्लॉक स्तरीय मुकाबलों के विजेता भी शामिल हैं। यह मुकाबला मालिकों को उनके पशूओं की देखभाल और प्रबंधन के लिए वैज्ञानिक और तकनीक जानने सम्बन्धी उत्साहित करेगा, जिससे दूध की उत्पादकता को बढ़ाया जा सके और पशूओं की नसल में सुधार किया जा सके।

स. बाजवा ने कहा कि राष्ट्रीय पशूधन चैंपियनशिप और एक्सपो 2020 के दौरान तकनीकी सैशन करवाने की योजना भी बनाई गई है जो एक्सपो के साथ-साथ चलेगी। नामवर अकादमिक, वैज्ञानिक, नीति निर्माताओं और अन्य माहिर कृषि और पशु पालन के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों को साझा करने वाले विभिन्न सैशनों को संबोधित करेंगे जो किसानों की उत्पादकता को बढ़ाने में सहायता कर सकते हैं। मुख्य सैशन विभिन्न मुद्दों पर आयोजित किये जाएंगे जिनमें पहले दिन ‘वे फॉरवर्ड इन पिग एंड गोट फार्मिंग’, दूसरे दिन ‘डेयरी फार्मिंग का भविष्य: भैंस, देसी गाय और विदेशी पशु’,‘उद्यमिता विकास और वित्त’ और ‘पशूधन क्षेत्र में निवेश’ विषय पर सैैशन करवाए जाएंगे। इसके अलावा तीसरे दिन ‘किसानों की बढ़ रही आय: एफपीओएस और मार्किटिंग की भूमिका’, ‘एक्वा कल्चर और एकीकृत खेती’ और ‘कनवरजैंस इन एनिमल हसबैंड्री एक्सटैंशन’ संबंधी सैशन, चौथे दिन ‘वन-हैल्थ एंड एनिमल वैलफेयर’ और आखिरी दिन विदाई और पुरस्कार वितरण समारोह करवाया जायेगा।

इस मौके पर अन्यों के अलावा विभाग के सचिव श्री राज कमल चौधरी, विशेष सचिव श्री अरविन्द पाल सिंह संधू के अलावा डायरैक्टर डेयरी विकास श्री इन्दरजीत सिंह, संयुक्त डायरैक्टर पशु पालन डॉ. सुरजीत सिंह, पी.एच.डी. चैंबर ऑफ कॉमर्स के चेयरमैन श्री करन गिलहोत्रा उपस्थित थे।

Written By
The Punjab Wire