शहादतों की गौरवमयी परम्परा को कायम रखा संदीप ने- कुंवर विक्की
गुरदासपुर, 23 नवंबर (मनन सैनी)। धरती पर स्वर्ग कहे जाने वाले देश के मान मस्तिष्क जम्मू कश्मीर में पाक द्वारा प्रायोजित आतंकवाद से हमारे कई जांबाज सैनिक अपनी शहादतें देकर राष्ट्र की एकता व अखंडता को बरकरार रख रहे हैं। शहीदों की इसी श्रृंख्ला में तीन साल पहले एक नाम और जुड़ गया, जब जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के तंगधार सेक्टर में पाक प्रशिक्षित आतंकियों की घुसपैठ को रोकते हुए सेना की 4 पैरा स्पैशल फोर्स के लांसनायक संदीप सिंह ने तीन खुंखार आतंकियों को मारकर अपना नाम शहीदों की श्रृंख्ला में स्वर्ण अक्षरों में अंकित करवा लिया। जिनकी शूरवीरता व अदम्य साहस को देखते हुए भारत सरकार ने इन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र देने की घोषणा की थी। उसी घोषणा को अमली जामा पहनाते हुए गत दिवस राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में आयोजित सैन्य अलंकृत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शहीद लांसनायक संदीप सिंह की पत्नी गुरप्रीत कौर को शौर्य चक्र भेंट कर शहीद को नमन किया।
पाक पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक में भी संदीप ने दिखाये थे वीरता के जौहर
इस सबंधी जानकारी देते हुए शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने बताया कि खतरों से खेलने का शौंक रखने वाले लांस नायक संदीप सिंह जून 2012 को 4 पैरा स्पैशल फोर्स युनिट में शामिल होकर देश सेवा में जुट गये। इन्हों ने 2016 को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा बन एक हीरो के तौर पर अपनी पहचान बना अपनी वीरता के जौहर दिखाये। 22 सितंबर 2018 को जब इनकी युनिट को जम्मू कश्मीर के तंगधार सेक्टर में आतंकियों की घुसपैठ की सूचना मिली तो लांसनायक संदीप सिंह अपने सैन्य दल के साथ एल.ओ.सी पर जा डटा। घुसपैठ कर रहे आतंकियों की नजर जब इन पर पड़ी तो उन्होंने इनकी सैन्य टुकड़ी पर गोलाबारी शुरु कर दी। लांसनायक संदीप सिंह ने आतंकियों की गोलाबारी का मुंह तोड़ जवाब देते हुए तीन खुंखार आतंकियों को मार गिराया। इसी बीच चौथे आतंकी द्वारा दागी गोली इनके सीने को भेदते हुए निकल गई, जिससे इस रणबांकुरे ने अपने साथी सैनिकों को बचाते हुए शहादत का जाम पीकर जिला गुरदासपुर व पठानकोट जिन्हें शहीदों की भूमि कहा जाता है की शहादतों की गौरवमयी परम्परा को बरकरार रखा।
पिता बोला- बेटे की शहादत पर गर्व जिसने राष्ट्रपति भवन तक पहुंचाया गांव का नाम
शहीद लांसनायक संदीप सिंह को शौर्य चक्र मिलने पर गांव कोटला खुर्द के निवासी खुद को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। शहीद के पिता जगदेव सिंह ने नम आंखों से बताया कि उन्हें बेटे को खोने का दुख तो बहुत है मगर उसकी शहादत पर गर्व भी है जिसने अपनी कुर्बानी देकर अपने गांव का नाम राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा दिया। इसी तरह गांव के सरपंच अवतार सिंह, पूर्व सरपंच निशान सिंह, पंच हंसा सिंह, शहीद लांसनायक संदीप सिंह यूथ क्लब के प्रधान मनदीप सिंह, उप प्रधान लवप्रीत सिंह व हीरा सिंह ने भी कहा कि उन्हें इस बात का फख्र है कि संदीप ने अपना बलिदान देकर उनके गांव का नाम सारे भारत बर्ष में रोशन किया है।