अपहरणकर्ताओं ने पुलिस के दबाव में राजन को खिलचियां के पास छोड़ा, 1 आरोपी गिरफ्तार
राणा कंडोवालिया की हत्या में भी आरोपी शामिल था
होशियारपुर। जिला पुलिस ने स्थानीय सब्जी मंडी में से सोमवार सुबह एक आढ़ती लड़के के अपहरण और दो करोड़ रूपये की फिरौती मांगने के मामले को 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। पुलिस के मुताबिक घटना विदेश में बैठे गिरोह के सरगनाओं के कहने पर हुई है। मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक अमृतसर के एक अस्पताल में राणा कंडोवालिया की हत्या में शामिल था।
आज शाम यहां पुलिस लाइन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, जिला पुलिस प्रमुख अमनीत कोंडल ने कहा कि माउंट व्यू कालोनी होशियारपुर निवासी जसपाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बेटे राजन (21) को 20 सितंबर को अल सुबह अगवा किया गया था। . सोमवार को सुबह करीब पौने पांच बजे बजे वह अपनी कार में आढ़त पर पहुंचा था। इसी बीच एक सफेद रंग की कार में 3-4 युवक सवार होकर राजन के पास अपनी कार खड़ी कर जबरन उसका अपहरण कर साथ ही उसके बेटे की कार भी ले गए। अपहरणकर्ताओं ने उनके बेटे को रिहा करने के लिए विभिन्न फोन नंबरों से पहले 50 लाख रुपये, फिर एक करोड़ और दो करोड़ की मांग की।
एसएसपी अमनीत कोंडल ने कहा कि राजन के अपहरण की घटना ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया था, जिसके कारण राज्य में रेड अलर्ट के बाद पुलिस ने नाकाबंदी की थी. उन्होंने कहा कि मामले को सुलझाने के लिए एसपी (जांच) रविंदरपाल सिंह संधू, एसपी मनदीप सिंह, एएसपी तुषार गुप्ता की देखरेख में अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए विभिन्न टीमें गठित की गईं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपियों पर दवाब बनाया जिसके चलते एक आरोपी वरिंदरपाल सिंह उर्फ विक्की निवासी चुंग, थाना मेहता (अमृतसर) को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब वह दरमन कहलों के कहने पर फिरौती मांगने आया था। पुलिस ने उसे श्री हरगोबिंदपुर नहर से पास से पकड़ लिया, जिसके पास से बिना नंबर प्लेट वाली 1 मोटरसाइकिल, 32 बोर की 1 पिस्टल और 3 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि पुलिस के दबाव के कारण अपहरणकर्ताओं ने आखिरकार तड़के तीन बजे उसे खिलचियां कस्बे (अमृतसर) के पास राजन को छोड़ दिया, जहां से एसपी रविंदरपाल सिंह संधू के नेतृत्व में टीम ने उसे सुरक्षित ढग से वापस लाकर उसके घरवालों को सौंप दिया।
कोंडल ने कहा कि राजन की कार नसरला रोड स्थित सोनालिका फैक्ट्री से पहले ही बरामद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी वरिंदरपाल सिंह से पूछताछ में पता चला कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ कंडोवालिया निवासी रणवीर सिंह उर्फ राणा की भी अमृतसर के एक अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी के खिलाफ अमृतसर के मजीठा रोड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था, जिसमें गिरफ्तारी लंबित थी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यह भी पता चला है कि इस गिरोह द्वारा जब भी कोई घटना की जाती थी तो वह अपने साथियों को छिपने के लिए पनाह देता था. उन्होंने कहा कि इस घटना को अमेरिका में रह रहे दरमन काहलों और मलेशिया में रहने वाले सतिंदरपाल सिंह तग्गड़ के इशारे पर अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि बाकी अपराधियों की तलाश के लिए भी छापेमारी की जा रही है.