पोस्टमार्टम में महिला मेडिकल अफसर की ड्यूटी न लगाए जाने के चलते किया विरोध
गुरदासपुर, 1 सितंबर (मनन सैनी)। सिविल अस्पताल गुरदासपुर में फीमेल मेडिकल ऑफिसर की पोस्टमार्टम करने के लिए ड्यूटी ना लगाने के विरोध में इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टरों ने धरना लगाकर एसएमओ के खिलाफ धरना लगाकर विरोध व्यक्त किया। डॉक्टरों का आरोप है कि जब एसएमओ से उक्त मुद्दे पर बातचीत करने का प्रयास किया जाता है तो वह उनकी बात नहीं सुनती। जबकि मामले संबंधी सिविल सर्जन को भी मांग पत्र सौंप चुके हैं। मगर उनकी इस मांग पर विचार नहीं किया गया। मजबूरन उन्हें एसएमओ के आफिस के समक्ष धरने पर बैठना पड़ा है।
डा.राजन ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों की ही ड्यूटी लगाई जा रही है। जबकि अस्पताल में तैनात फीमेल मेडिकल ऑफिसर की एक बार भी ड्यूटी नहीं लगाई गई। जबकि सरकार की तरफ से हम सभी को एक ही पे स्केल दिया जा रहा है और यहां तक कि क्वालिफिकेशन भी हम लोगों की सेम है। तो फिर हम लोगों पर काम का अतिरिक्त बोझ क्यों डाला जा रहा है। ओपीडी में तैनात फीमेल मेडिकल ऑफिसर दो बजे तक अपनी ड्यूटी देकर घरों को चलीं जाती हैं। जबकि इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर चौबीस घंटे ड्यूटी पर रहते हैं। अस्पताल में फीमेल मेडिकल ऑफिसर की संख्या भी अधिक है। ऐसे में इन सभी को छोड़कर केवल इमरजेंसी के डॉक्टरों पर ही काम का ज्यादा बोझ डालना बिल्कुल गलत है। जब तक उनकी उक्त समस्या का निवारण नहीं किया जाता है,तो तक वह रूटीन से धरने पर बैठेंगे। पहले वह शांतमय ढंग से एसएमओ के साथ वार्तालाप करने का प्रयास कर रहे थे। मगर उनकी सुनवाई ना होने के चलते वह अब संघर्ष का रास्ता अपना रहे हैं।इस मौके पर डा.राज मसीह,डा.केपी के अलावा अन्य उपस्थित थे।