सैंकड़ों लोगों ने नम आंखों से दी गांव के लाडले को अंतिम विदाई
गुरदासपुर, 21 अगस्त (मनन सैनी)। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिला के पीर पंजाब क्षेत्र में आतंकियों के सर्च अभियान के दौरान पहाड़ी से पैर फिसलने पर गैरी खाही में गिरने से पर सिर पर गहरी चोट लगने के कारण जिले श्रीहरगोबिंदपुर के नजदीकी गांव मारीटांडा के 16 राष्ट्रीय राइफल के 23 वर्षीय सिपाही लवप्रीत सिंह जो गत दिन शहादत का जाम पी गए थे। आज उनके गांव माड़ीटांडा में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सेना की 19 सिख यूनिट के जवानों ने शस्त्र उल्टे कर हवा में गोलियां दागते हुए बिगुल की मातमी धुन के साथ शहीद को सलामी दी। इससे पहले तिरंगे में लिपटी हुई शहीद की पर्थिव देह जब गांव माड़ीटांडा पहुंची तो माहौल अत्यंत गंभीर हो उठा। शहीद की माता रविंदर कौर व बहन सनमप्रीत की करुणामती सिसकियां पत्थरों का कलेजा भी छलनी कर रही थी।
मां के कंधों पर विदा हुए लवप्रीत–
शहीद लवप्रीत सिंह की माता रविंदर कौर जहां शहीद बेटे के सिर पर सेहरा सजा व उसकी अर्थी को कंधा देकर विदा किया। वहीं बहन सनमप्रीत ने भाई की कलाई पर राखी बांध घर से अपने शहीद भाई को अंतिम विदाई दी। यह सारा मंजर देख सैंकड़़ों आंखें नम हो उठी। जब शहीद के पिता सूबेदार सतविंदर सिंह व भाई मनप्रीत सिंह ने शहीद लवप्रीत को मुख्यागिन दी। सारा शमशानघाट शहीद लवप्रीत सिंह अमर रहे,भारत माता की जय के जयघोषों से गूंज उठा।
शहीद की मंगेतर सिमरनजीत ने भी दी भाव भिन्नी श्रद्धांजलि
शहीद लवप्रीत सिंह का मार्च महीने रिश्ता हुआ था। दिसंबर महीने उनकी शादी सिमरनजीत कौर के साथ होनी थी। मगर लवप्रीत की शहादत से सिमरनजीत की दुनिया बसने से पहले ही उजड़ गई। पत्थर की मूर्त बनी सिमरनजीत ने नम आंखों से अपने होने वाले पति को आर्शूपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
पंजाब सरकार शहीद परिवार को 50 लाख और एक सरकारी नौकरी देगी-विधायक लाडी
हलका श्रीहरगोबिंदपुर के विधायक बलविंदर सिंह लाडी ने कहा कि पंजाब सरकार इस दुख की घड़ी में शहीद परिवार के साथ खड़ी है।उन्होंने कहा कि लवप्रीत की अमूल्य शहादत का मूल तो नहीं चौकाया जा सकता। मगर फिर भी पंजाब सरकार शहीद परिवार को 50 लाख रुपये एक्स ग्रेसिया ग्रांट व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगी।
मां बोली,मेरी तां दुनिया ही उजड़ गई—
शहीद लवप्रीत की माता रविंदर कौर ने दहाड़़े मारकर कहा कि दो दिन पहले ही उनकी उनके बेटे से फोन पर बात हुई थी तथा उसने शीघ्र छुट्टी आने के लिए कहा था। मगर कल आई उसकी शहादत की खबर से तो उनकी दुनिया ही उजड़ गई।
मां बुन रही थी सेहरे की लडिय़ां,बेटे ने वीरगति को बनाया दुल्हन-कुंवर विक्की
शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर विक्की इस अवसर पर विशेष तौर पर शहीद परिवार के साथ दुख बांटने के लिए पहुंचें। यहां उन्होंने कहा कि लवप्रीत अभी मार्च में ही छुट्टी काटकर गया था और दिसंबर में उनकी शादी होने वाली थी। घर पर मां सेहरे की लडिय़ां बुनते हुए शगुन के गीत गा रही थी। मगर बेटे ने वीरगति क ो दुल्हन के रुप में गले लगाकर अपना सैन्य धर्म निभा दिया।
इन्होंने दी श्रद्धांजलि-
इस अवसर पर शहीद की यूनिट 16 आरआर के मेजर राजेश्वर,सूबेदार मेजर जगतार सिंह,नायक सूबेदार गुरचरण सिंह के अलावा विधायक बलविंदर सिंह लाडी, एसडीएम बलविंदर सिंह,शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव क ुंवर रविंदर विक्की, शहीद सिपाही जतिंदर कुमार के पिता राजेश कुमार,शहीद की पेरेंट यूनिट 11 सिख के नायक सूबेदार बलविंदर सिंह,नायक गुरविंदर सिंह ने यहां रीथ चढ़ाकर शहीद को नमन किया। वहीं शहीद के पिता सूबेदार जसविंदर सिंह,माता रविंदर कौर व भाई मनप्रीत सिंह ने भी लवप्रीत को सैल्यूट कर उसकी शहादत को सलाम किया।