गुरदासपुर, 19 जुलाई (मनन सैनी)। कौसिल आफ डिप्लोमा इंजीनियर्स के बैनर तले इंजीनियरों ने वित्त विभाग पंजाब की मुलाजिम विरोधी नीतियों के खिलाफ इंजीनियर कौंसिल जनरल सचिव इंजीनियर सुखविंदर सिंह बांगोवानी, जिला चेयरमैन इंजीनियर लखविंदर सिंह पन्नू और जिला कनवीनर इंजीनियर कुलदीप सिंह की अगुवाई में डीसी दफ्तर नजदीक जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स परिसर में रोष धरना दिया। संघर्ष के दौरान ही सीएम पंजाब के नाम का ज्ञापन डिप्टी कमिश्नर को दिया गया।
वक्ताओं ने कहा कि वेतन आयोग की त्रुटियां दूर करने की बजाय व मुलाजिमों की सुनवाई को नजरअंदाज कर नोटिफिकेशन जारी करने से सरकार द्वारा बनाई कमेटी का कोई लाभ नहीं। इसलिए सीएम पंजाब को तुरंत ध्यान देकर खुद हस्ताक्षेप करना चाहिए।
धरने के दौरान नेताओं ने मुलाजिमों और सेवामुक्त पेंशनर इंजीनियरों को साल 2011 की सरकार द्वारा संशोधित ढांचे पर 2.25 गुणांक फॉर्मूला की बजाय बनता सही 3.01 गुणांक का फॉर्मूला लागू करने, 30 लीटर पेट्रोल की जग 80 लीटर पेट्रोल अनुसार सफर भत्ता देने, साल 2004 के बाद भर्ती मुलाजिमों को पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने, मेडिकल भत्ता 500 से बढ़ाकर दो हजार रुपए करने, मेडिकल इलाज के लिए कैशलेस स्कीम बहाल करने की पुरजोर मांग उठाई।
धरने में विभिन्न विभागों से शामिल नेताओं इंजीनियर जोगा सिंह, इंजीनियर रणजीत सिंह धालीवाल, इंजीनियर सुरजीत सिंह काहलों, इंजीनियर गुरचरण सिंह, इंजीनियर सुखविंदर सिंह खेहरा, इंजीनियर लखबीर सिंह बब्बेहाली, इंजीनियर जसवीर सिंह बाठ, इंजीनियर जगदीप सिंह आदि ने सरकार को चेताया कि उपरोक्त मांगों का जल्द निपटारा न होने की सूरत में सभी विभागों अधीन चल रहे विकास कार्य बंद करने के अलावा मोती महल पटियाला का घेराव किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगले एक्शन / संघर्ष का कार्यक्रम 20 जुलाी को मोहाली में दिए जा रहे प्रदेश स्तरीय धरने के दौरान या पांच सूबों की कमेटी बैठक में फैसला किया जाएगा। संघर्ष के दौरान होने वाले हर प्रकार के नुकसान के लिए सरकार जिम्मेदार होगी।