नेशनल हाइवे पर दो घंटे धरना देकर केंद्र सरकार को कोसा
गुरदासपुर, 8 जुलाई (मनन सैनी)। तेल पदार्थों व रसोई गैस के दाम में की जा रही बढ़ोत्तरी के विरोध में वीरवार को किसान संगठनों ने नेशनल हाइवे बब्बरी चौंक में ट्रेक्टर, कार, मोटरसाइकिल आदि खड़े करके 42 डिग्री तापमान में दो घंटे तक धरना दिया। जिसमें किसानों व मजदूरों ने भाग लिया।
धरने को संबोधित करते हुए मक्खन कोहाड़, तरलोक सिंह, सुखदेव सिंह, गुरदीप सिंह, एसपी सिंह गोसल, हरदेव सिंह, सुभाष कैरे आदि ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार यह वायदा करके आई थी कि अच्छे दिन लाए जाएंगे, मगर अच्छे दिन तो नहीं आए, लेकिन बुरे दिन शुरु हो गए है। साल 1914 में जब कच्चे तेल की कीमतें 126 बैरल प्रति डालर के करीब थी, तब देश में पेट्रोल की कीमत 50 रुपए से भी कम थी। फिर जैसे जैसे कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 50 रुपए के करीब आई, तब देश में कीमतें बढऩे लगी और रोजाना ही इजाफा होने ला। इस समय कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत करीब 76 प्रति बैरल है, जबकि पेट्रोल की कीमतें 102 रुपए से 105 रुपए तक हो गई है। डीजल भी आसमान को छू रहा है। रसोई गैस गरीबों की पहुंच से दूर हो चुकी है। इस मौके पर गुरदयाल सिंह सोहल, पलविंदर सिंह, संदीप सिंह, गुरमीत सिंह, कपूर सिंह, अमरजीत सिंह सैनी, अविनाश सिंह, बसबीर सिंह, अश्वनी कुमार, बलबीर सिंह, कुलवंत सिंह, मंगत चंचल, महिंदर सिंह, तरसेम सिंह, करनैल ंिसह, बलबीर बैंस,जसवंत सिंह पाहड़ा आदि उपस्थितथे।