गुरदासपुर, 1 जुलाई (मनन सैनी)। एसएसएस बोर्ड पंजाब के चेयरमैन रमन बहल ने डाक्टर दिवस पर देश व पंजाब के डाक्टरों को मानवता के प्रति समर्पित सेवाओं की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी है।
रमन बहल ने कहा कि डाक्टर परमात्मा का दूसरा नाम है, जो मानव के शरीरिक दुख दूर कर उन्हें सेहतमंद बनाता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी देश के लिए अघोषित जंग थी। जिसकी कोई सार्थक दवाई न होने के चलते डाक्टरों ने अपनी जान खतरे में डालकर रात दिन सेवाएं देकर इस नामुराद बीमारी पर काबू पाया। पूरा समाज उनकी दी सेवाओं से हमेशा आभारी रहेगा। शौधकर्ता डाक्टरों ने नई शौध को जन्म दिया। अपनी कीमती जान संकट में डालकर नई वेक्सीन बनाकर बीमारी के प्रकोप को नकेल डाली। नए उपचार प्रणालियों की सफल शौध के कारण आज मानव खतरे से बाहर है।
उन्होंने कहा कि इस कोविड-19 की जंग में हमारे हजारों डाक्टरों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए शहादत दी है और देशवासियों को नया जीवन दिया है। इस महामारी में समुचे डाक्टर जगत ने अपना महान योगदान दिया, लेकिन सरकारी डाक्टरों, कर्मचारियों व आशा वर्करों ने यह जंग में अपनी बड़ी व बहुमूल्य भूमिका निभाई है। उन्हें उम्मीद है कि केंद्र व राज्य सरकारें आश्रितों को आर्थिक मदद व बनते अधिकार पहल के आधार पर प्रदान करें और वह आम देश वासी जिनकी कोविड-19 महामारी से मौत हो गई है, उनमें से अधिकतर परिवार अति भुखमरी का शिकार हो गए है। उन्होंने कहा कि विधवाओं व अनाथ बच्चों के पुनर्वास के लिए दिल खोलकर सहायता की जाए।