सब्सिडी वाली बिजली देना तो दूर, आप सत्ता में आने के बाद दलितों तथा पिछड़ें वर्गों को हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली कभी नही देगी: शिरोमणी अकाली दल
बिक्रम सिंह मजीठिया तथा डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि केजरीवाल ने स्वीकार किया कि उन्होने 300 यूनिट बिजली प्रति बिल चक्र का वादा किया पर बिजली के बिल में एक भी यूनिट ज्यादा होने पर उपभोक्ताओं से पूरा बिल वसूला जाएगा
कहा कि केजरीवाल दिल्ली में किसानों को मुफ्त बिजली दे रहे, ऐसा बोलकर झूठ बोल रहे जबकि ऐसा कदापि नही है
चंडीगढ़़/29जून: शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि आम आदमी को सब्सिडाइज बिजली की राहत देना तो दूर की बात, आम आदमी पार्टी गरीबों को दी जानी वाली 200 यूनिट प्रति माह मुफ्त बिजली जोकि सरदार परकाश सिंह बादल ने दलितों और पिछड़ा वर्ग को प्रदान की थी, को भी समाप्त कर देगी।
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए वरिष्ठ अकाली नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया है कि पार्टी का 300 यूनिट प्रति बिल साइकिल मुफ्त बिजली सुविधा का वादा केवल उसी स्थिति में होगा, जब खपत 300 यूनिट से कम होगी। ‘ केजरीवाल से जब इस मुददे पर सवाल किया गया तो उन्होने स्वीकार किया कि अगर खपत 300 यूनिट से ज्यादा हो गई तो उपभोक्ताओं को पूरे बिल का भुगतान करना होगा तथा उन्हे कोई सब्सिडी नही मिलेगी। यह पंजाबियों के साथ भददा मजाक है, क्योंकि उनमें से अधिकांश इस योजना के तहत किसी भी लाभ के पात्र नही होंगे। उन्होने कहा कि इसके बजाय गरीबों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा छीन ली जाएगी जोकि पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल द्वारा बिना किसी शर्त के दी गई थी।
यह बताते हुए कि केजरीवाल एक फ्लाॅप माॅडल पेश करने की कोशिश कर रहे हैं जोकि पहले दिल्ली में नाकाम रहा है। सरदार मजीठिया ने दिल्ली के उपभोक्ताओं के बिजली बिल भी पेश किए , जिससे पता चला कि उनसे 200 यूनिट का शुल्क लिया जाएगा यदि बिजली का बिल जरा सा भी उपर न हुआ हो , यदि उपर हुआ तो 5.30 पैसे प्रति यूनिट के पैसे वसूले जाएंगे तथा सब्सिडी नही मिलेगी। उन्होने दिल्ली के मुख्यमंत्री को यह झूठ बोलकर बाहर निकलने की कोशिश करने की भी आलोचना की। उन्होने कहा कि यह मामला नही था दिल्ली में किसानों को ‘ मुफ्त’ बिजली शायद ही दी गई बल्कि उनसे खगोलीय शुल्क वसूला गया। ‘ इसी तरह असलियत में दिल्ली की दुकानों और घरेलू क्षेत्र की बिजली टैरिफ के रेट बहुत ज्यादा है, जो कि वहां बहुतायत संख्या में हैं’।
केजरीवाल को उनकी टीम द्वारा गलत तरीके से जानकारी दी गई, कहते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि छह साल में दिल्ली में 6500 करोड़ रूपये की सब्सिडी वाली बिजली सुविधा दी गई थी, जबकि सरदार परकाश सिंह बादल ने पंजाब के किसानों को मुफ्त बिजली आपूर्ति दी थी , जिससे उन्हे 90 हजार करोड़ रूपये का लाभ हुआ था।
केजरीवाल का पर्दाफाश करते हुए डाॅ. चीमा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 2022 के चुनाव में लोगों को मुर्ख बनाने के लिए साढ़े चार बाद वापिस आए हैं। उन्होने कहा कि ’ इससे पहले भी केजरीवाल ने मादक पदार्थों की तस्करी और बेअदबी का मुददा उठाकर पंजाबियों को मुर्ख बनाने की कोशिश की थी’। ‘ पंजाबियों को अब कोटकपुरा गोलीकांड को राजनीति से प्रेरित जांच कराने के लिए उच्च न्यायालय द्वारा दोषी ठहराए गए पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह को सरंक्षण देने के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।
डाॅ. चीमा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन चलाने के बावजूद केजरीवाल ने पंजाब में अपने विधायकों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को माफ कर दिया। ‘ बीस में से आठ विधायक एक समय यां कांग्रेस पार्टी का हिस्सा थे। केजरीवाल ने कभी भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही की, जिससे साबित होता है कि उन्होने पंजाब में पार्टी को कांग्रेस के हाथों बेच दिया है।
इन नेताओं ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे आप संयोजक ने सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) पर अपने विचार रखते हुए कहा था कि पंजाब में इसका निर्माण नही किया जाना चाहिए, बल्कि उन्होने दिल्ली वापिस लौटने यां हरियाणा जाने पर इसके निर्माण की मांग की थी। ‘अरविंद केजरीवाल चुनाव संध्या पर अब फिर उसी भावना के साथ पंजाबियों को धोखा देने के लिए आए हैं। नेताओं ने कहा कि ‘ इस बार पंजाबियों को केजरीवाल के गिरगिट वाले स्वभाव के बारे में पता लग गया है, तथा वे अपने आप को उनके द्वारा ठगने की अनुमति हरगिज नही देंगे’।