अमृतसर। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि सिख न तो भारत में और न ही पाकिस्तान में सुरक्षित है। मेघालय की राजधानी शिलांग में बसे सिखों को उजाड़ा गया, मध्य प्रदेश में भी सिखों के घरों को तोड़ दिया गया। पाकिस्तान में सिखों को कत्ल किया जा रहे है। पाकिस्तान छोड़ने की धमकियां दी जा रही हैं। इस प्रकार के हालात में किसी भी सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं है। उन्हें नहीं लगता कि पूरी दुनिया में सिखों को कभी इंसाफ मिलेगा। सिखों की इस प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए एकजुट रहना होगा।
उन्होंने एसजीपीसी को निर्देश दिए कि वह केंद्र के साथ संपर्क स्थापित कर पाकिस्तान के सिखों को इंसाफ दिलवाने के लिए ठोस कदम उठाने का दबाव बनाए। ज्ञानी हरप्रीत सिंह सोमवार सुबह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और केहर सिंह के याद में श्री अकाल तख्त साहिब में रखे गए श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। जत्थेदार ने कहा कि देश के विश्वविद्यालयों में जब विद्यार्थियों पर हमले होने लगे तो उससे दुर्भाग्यपूर्ण घटना कोई और नहीं हो सकती। सरकार विद्यार्थियों की मांगें ध्यान से सुनें।
श्री अकाल तख्त साहिब परिसर में स्थित गुरुद्वारा झंडा-बुंगा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के हजूरी रागी भाई विक्रमजीत सिंह ने गुरुबाणी कीर्तन किया। इस अवसर पर जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सतवंत सिंह के भाई वरियाम सिंह व भतीजे बलतेज सिंह को सिरोपा बख्शीश कर सम्मानित किया। इस अवसर पर एसजीपीसी सदस्य भाई मंजीत सिंह, शिअद (अमृतसर) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान, दल खालसा के प्रवक्ता कंवर पाल सिंह बिट्टू, ध्यान सिंह मंड, मोहकम सिंह, जरनैल सिंह जखीरा समेत एसजीपीसी के अधिकारी मौजूद थे।