कलयुगी मां ने आशिक के साथ मिलकर उतारा बेटे को मौत के घाट, हत्या के लिए दिए गए पैसे
अवैध संबंधों में अटकले पैदा करने वाले बेटे को निगल गई मां
गुरदासपुर, 24 मई (मनन सैनी)। अपने प्यार में बाधा बन रहे बेटे को एक कलयुगी मां ने प्रेम प्रंसंगों के चलते अपने आशिक के साथ मिलकर पहले तो मौत के घाट उतारा फिर उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए खेतों के बाहर ड्रेन के पास ले जाकर जला दिया। इस संबंधी गुरदासपुर पुलिस ने 24 घंटों के अंदर ही इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुल्झाते हुए मां तथा उसके प्रेमी को गिरफ्तार करने में भी सफलता हासिल की है। रविवार को थाना काहनूवान में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
गौर रहे कि रविवार को गांव झंडा लुभाना के निवासी तरलोचन सिंह ने पुलिस को सूचित किया कि उसके खेतों के पास से गुजरती छोटी ड्रेन पुल के नीचे उसे एक आधी जली हुई लाश मिली है। जिस पर तत्काल कारवाई करते हुए एसएसपी डॉ नानक सिंह ने डीएसपी (डी) राजेश कक्कड़ की निगरानी तले मुख्य थाना प्रभारी काहनूवान एवं भैणी मिआं खां तथा सीआईए स्टाफ सहित एक टीम का गठन किया। जिसके चलते गांव के नुमांईदों एवं लोगों तथा कॉल ट्रेस करने के बाद 24 घंटे के अंदर शव की पहचान कर उसके हत्या करने वाले आरोपियों को भी बेनकाब करते हुए गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी डॅा.नानक सिंह ने इस संबंधी प्रैस वार्ता में बताया कि अज्ञात शव की पहचान रणदीप सिंह उर्फ बोबी (26) पुत्र कुलवंत सिंह निवासी बलवंडा के रुप में हुई है। मामले की जांच में यह बात सामने आई कि मृतक की माता रुपिंदर कौर के सुखविंदर सिंह उर्फ सुक्खा निवासी चक्क शरीफ के साथ पिछले छह माह से अवैध संबंध थे। रुपिंदर कौर ने ही सुखविंदर सिंह व उसके दोस्त गुरजीत सिंह के साथ मिलकर रणदीप सिंह का कत्ल करवा दिया।
हत्या करने से पहले रणदीप सिंह को उसकी मां नींद की दवाएं खिलाती रही और नशे की हालत में ही आरोपियों ने बेरहमी के साथ रणदीप सिंह के सिर पर हथोड़ी व तेज चाकू से वार कर उसका कत्ल किया। कत्ल को छिपाने के लिए तीनों आरोपियों ने मिलकर शव को गांव के खेतों के पास से निकलने वाली ड्रेन में फेंक दिया और जला दिया। हालांकि घटना के दो दिन बाद पुलिस को इस मामले संबंधी त्रिलोचन सिंह निवासी झंडा लुबाना ने मोबाइल फोन से यह जानकारी मुहैया करवाई, जिसके बाद पुलिस हरकत में आ गई।
अपने ही बेटे का शव पहचानने से हत्यारी मां ने किया इंकार–
गांव में रणदीप सिंह के गुम होने की खबर आग की तरह फैली थी। जैसे ही थाना काहनूवान के प्रभारी आरोपी रुपिंदर कौर के पास गए तो उन्होंने कहा कि ड्रेन से एक युवक की लाश मिली है। मृतक देह की शिनाख्त के लिए जब रुपिंदर कौर को उसी के बेटे की लाश दिखाई गई तो उसने पहचानने से इंकार कर दिया।
विवाहित था मृतक रणदीप सिंह-–
मृतक रणदीप सिंह शादीशुदा था। उसकी पत्नी विदेश में थी। जबकि एक भाई फौज में नौकरी करता है। पिता भी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होकर अब एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड के रुप में काम कर रहा है।
मृतक युवक के खाते से निकलवाए थे पांच लाख रुपये—
मृतक रणदीप सिंह के खाते में पांच लाख रुपये थे। वह अपनी पत्नी के पास कनाडा जाना चाहता था। इस दौरान मां इतनी शातिर थी कि उसने अपने बेटे को अपनी बातों में बहला फुसलाकर पांच लाख रुपये भी अपने खाते में डलवा लिए। इतना ही नहीं पैसे खाते में आने के बाद आरोपी महिला अपने बेटे से नफरत करने लगी। जिसका मुख्य कारण वह अपने आशिक को उसकी उपस्थिति में मिल नहीं पा रही थी। पुलिस के मुताबिक महिला और उसके आशिक ने रणदीप को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। मारने के बाद उसे गाड़ी में डालकर ड्रेन में फेंक आए।