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बाहरी जिलें में भी दाखिल जिला गुरदासपुर के मरीजों का भी प्रशासन रख रहा ख्याल

बाहरी जिलें में भी दाखिल जिला गुरदासपुर के मरीजों का भी प्रशासन रख रहा ख्याल
  • PublishedMay 18, 2021

​​व्हाट्सएप ग्रुप प्रशासन तुहाड़ी सेवा विच्च बना कर की जा रही मदद 

प्रशासन के काम से प्रभावित हुए रिटा नेवी अफसर प्रभात सिंह, दे रहे दुआएं

जिले के किसी भी मरीज को कहीं भी कोई परेशान पेश न आए केवल यहीं प्रयास- डीसी इश्फाक

गुरदासपुर, 18 मई (मनन सैनी) । जिला प्रशासन की ओर से एक तरफ जहां जिले में कोविड़ मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। वहीं प्रशासन की ओर से बाहरी जिले में दाखिल मरीजों पर भी पल पल नजर रख मरीजों की मदद की जा रही है। एक तरफ जहां होम आईसोलेशन के मरीजों के लिए का​लिंग और विडियों काल कर उनकी देखरेख की जा रही है। वहीं जिले से संबंधित सभी मरीजों को व्हाट्स एप ग्रुप प्रशासन तुहाड़ी सेवा विच बनाए गए है। जिसमें डाक्टरों से लेकर प्रशासनिक अधिकारी लगाए गए है खुद गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इश्फाक इसकी निगरानी कर रहे है। अधिकारियों को साफ निर्देश दिए गए है कि इस बात को सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी मरीज को पेश आने वाली समस्या का तुरंत समाधान किया जाए। 

मिली सहायता एवं जानकारी से मरीजों एवं उनके परिजन दे रहे प्रशासन को दुआएं

प्रशासन की ओर से उठाए गए इस कदम से मरीज एवं उनके परिजन प्रशासिनक अधिकारियों, डाक्टरों को दुआएं दे रहे है। प्रशासन तुहाडी सेवा विच ग्रुप नंबर 3 में शामिल एक नेवी के रिटायर्ड 76 वर्षीय प्रभात सिंह बेहद प्रभावित हुए है और कड़ी लग्न एवं मेहनत करने वालों का आभार व्यक्त कर रहे है। इसी तरह ओहरी अस्पताल अमृतसर में दाखिल गुरमुख सिंह, पठानकोट सिवल अस्पताल में दाखिल भजन दास आदि है। जिनका कहना है कि आफत की इस घड़ी में उनकी मदद को उठने वाले हाथ उनके दिल पर अमिट छाप छोड़ गए।

अपनी पत्नी के साथ रिटायर्ड प्रभात सिंह का फाईल चित्र

डाक्टर की जिद ने बचाई पत्नी की जान- प्रभात सिंह

अपने अनुभव सांझे करते हुए कस्बा काहनूवान के नजदीक अपने पैतृक गांव डल्ला गोरियां में रह रहे दिल्ली निवासी रिटायर्ड नेवी के अफसर प्रभात सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी विद्या देवी 6 मई को संक्रमित पाई गई थी। जिसका उन्हे मैसेज आया। वहीं 7 मई की सुबए एक डाक्टर उनके पास आए और उनकी पत्नी का ऑक्सीमीटर चेक किया और उनका लेवल 80 के करीब आया। उस डाक्टर ने उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल में भर्ती करने पर जोर दिया। पहले उन्होंने मना किया परन्तु फिर डाक्टर की जिद के आगे वह मान गए तथा पत्नी को मुकेरिया में एक​ निजी अस्पताल ले गए। उन्होने कहा कि अगर वह जोर न डालते तो शायद आज हालात कुछ ओर होते।

अपने बेटे के कहने पर पत्नी को मुकेरियां निजी अस्पताल में दाखिल करवाने वाले सिंह ने बताया कि वह इस बात दंग रह गए कि इलाज बेशक मुकेरिया में चल रहा था परन्तु ग्रुप में डाक्टरों की ओर से सांझा की गई जानकारी उनके बेहद काम आई। उनकी बात डॅा अंकुर से होती जिन्हे उन्होने पत्नी की सीटी स्कैन और अन्य रिपोर्टस भेजी। यहां तक की उनकी वैक्सीन का इंतजाम भी प्रशासन की ओर से मात्र व्हाट्स एप पर डाल कर हो गया और उनकी वैक्सीन संबंधी उनकी अपाइंटमैंट लेकर गांव गिल डिस्पेंसरी गांव मंज में जाकर वैक्सीन की प्रथम डोज लगवाई गई।

प्रभात सिंह ने बताया कि डीसी गुरदासपुर मोहम्मद इश्फाक की ओर से जल्द ठीक होने की कामना करने के साथ साथ ग्रुप में शामिल सभी अन्य मरीजों को अपनी उपचार, ऑक्सीजन, दवाओं की सप्लाई, वित्तिय मदद आदि संबंधी खुल कर समस्याएं बताने के लिए दो बार खुद मैसेज भी किया गया।

इसी तरह ओहरी अस्पताल अमृतसर में गांव पुंजर गग्गोवाली के दाखिल गुरमुख सिंह जिनको आज छुट्टी मिली है ने बताया कि उनकी ओर से मैसेज के जरिए गुरदासपुर पहुंचने पर ऑक्सीजन संबंधी बताया गया जिस पर प्रशासन ने प्रतिक्रिया देते हुए मंजूरी दे दी है तथा कहा गया है कि उन्हे कोई मुश्किल पेश नही आने दी जाएगी। दीनानगर के निवासी भजन दास जोकि पठानकोट सिवल अस्पताल में दाखिल है उन्हे भी व्हाट्स एप के माध्यम से ही सहायता दी गई है। वहीं कादियां के रहने वाले वसीम ने बताया कि वह भी प्रशासन को मदद के लिए धन्यवाद देते है।

क्या कहते है डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इश्फाक 

डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इश्फाक ने बताया कि उनकी ओर से तीन टीमें बनाई गई है जिसमें असिस्टेंट सिवल सर्जन की ड्यूटी लगाई गई है जो यह सुनिश्चित करते है कि मरीज को किसी दवा, ऑक्सीजन या जीवन रक्षक दवा की कोई दिक्कत तो नही आ रही । वहीं डिप्टी मेडिकल कमिश्नर यह देखते है कि कहीं किसी निजी अस्पताल में कोई मरीज से पैसे ज्यादा तो नहीं चार्ज कर और रैड क्रास के सचिव यह देखते है कि किसी जरुरतमंद को माली तौर पर सहायता की जरुरत तो नही है। उन्होने बताया कि उनकी ओर से इस पर खुद विशेश निगरानी की जा रही है ताकि जिले के किसी मरीज को जिले के साथ साथ बाहरी जिलों में भी कोई परेशानी पेश न आए।  

Written By
The Punjab Wire