सरकार ने निर्धारित किए दो हजार रुपए परन्तु चार से पांच हजार रुपए वसूल रहे स्कैन सैंटर
डीसी मोहम्मद इश्फाक का कहना, नहीं सहन की जाएगी अवमानना, होगा सख्त एक्शन
गुरदासपुर, 16 मई (मनन सैनी)। पंजाब सरकार की ओर से 8 मार्च 2019 को सीटी एवं एचआर-सीटी स्कैन चैस्ट के रेट निर्धारित कर दिए गए थे। जिसके चसते चैस्ट स्कैन करवाने वाले मरीजों से सभी स्कैन सैंटरों को दो हजार रुपए रकम निर्धारित की गई थी। परन्तु सरकार के उन आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए जिले में कुछ स्कैन सैंटर कोविड़ और गैर कोविड़ मरीजों के नाम पर मनमाने रेट लोगों से वसूल कर रहे है और लोगों की मजबूरी का फायदा इस महामारी के दौरान भी उठा रहे है। इस संबंधी गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इश्फाक ने बताया कि जो लोग महामारी के दौरान लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए सरकार के आदेशों की अवमानना कर रहे है उनके खिलाफ सख्त कारवाई होगी और वह लोग बख्शें नही जाएगें।
गौर रहे कि जिन मरीजों के आरटी-पीसीआर या रैट नैगेटिव पाए जाते है परन्तु उनमें कोविड़ के सभी लक्ष्ण होते है उन्हे डाक्टरों की ओर से उन्हे चैस्ट का एचआर- सीटी करवाने के लिए कहा जाता है। ए-टिपिकल निमोनिया मरीजों की पुष्टी एच-आर सीटी स्कैन से ही होती है और उन्हें संदिग्ध के तौर पर लिया जाता है।
परन्तु गुरदासपुर के सिवल अस्पताल में सीटी स्कैन उपलब्ध न होने के चलते लोग निजी स्कैन सैंटरों का रुख कर रहे है। हालांकि सरकार की ओर से सीटी स्कैन और एचआर-सीटी चैस्ट के रेट निर्धारित कर दो हजार रुपए कर दिया गया है। परन्तु कई स्कैन सैंटर लोगों को गुमराह करते हुए उनसे 4 हजार से साढ़े चार हजार रुपए वसूल रहे है। वहीं उन्हेँ यह कह कर गुमराह किया जा रहा है कि अगर वह कोविड़ के मरीज है तो उनका टैस्ट दो हजार में होगा जबकि अगर कोविड़-19 के मरीज नही है तो उनसे दो हजार से अधिक पैसे वसूल किए जा रहे है। जबकि सरकार की ओर से सभी सीटी या एचआर-सीटी चैस्ट के रेट दो हजार रुपए किए गए है तथा उनके टैस्ट के बाद ही उनके सीटी स्कोर के अनुसार से उन्हे डील किया जाता है।
इस संंबंधी एक मरीज ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि उन्होनें 18 अप्रैल 21 को डाक्टर की सलाह पर सीटी स्कैन करवाया और उससे चार हजार रुपए लिए गए। उन्होनें बताया कि मजबूरी में पैसे न होने के चलते उन्होने अपने किसी परिचित से उधार लेकर सीटी स्कैन के पैसे चुकाए और उनका स्कोर हाई निकला। जबकि उनका टैस्ट नैगेटिव आया था।
इस संबंधी जब गुरदासपुर के सिविल सर्जन डॉ हरभजन मांडी से बात की गई तो उन्होनें बताया कि पंजाब सरकार की ओर से एचआर सीटी स्कैन का रेट दो हजार रुपए निधारित किया गया है और उसी रेट पर सभी को स्कैन करने है।
वहीं गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इश्फाक ने इस संबंधी बताया कि जो स्कैन सैंटर सरकार के नियमों का पालन नहीं कर रहा है कि उन्हे किसी भी हाल में बख्शा नही जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी।