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अंतिम विदाई-मदर्स डे पर तिरंगे में लिपटा हुआ घर पहुंचा शहीद सिपाही प्रगट ​सिंह

  • PublishedMay 9, 2021

दो बहनों के एकलौते भाई का सैन्य सम्मान से हुआ अंतिम संस्कार

शहीद प्रगट सिंह

गुरदासपुर, 09 मई (मनन सैनी)।  25 जनवरी को विश्व के सबसे ऊंचे हिमखंड गलेश्यिर में आए बर्फीले तूफान में पंजाब के 21 पंजाब रैजीमेंट के तीन सपूत जिला बरनाला के गांव कर्मगढ़ सिपाही अमरदीप सिंह व जिला मानसा के गांव हाकम वाला का सिपाही प्रभजोत सिंह के साथ कस्बा कलानौर के अधीन आते गांव दबुर्जी का 24 वर्षीय सिपाही प्रगट सिंह भी बर्फीले तूफान की चपेट में आ गया। जिसमें अमरदीप सिंह व प्रभजोत सिंह मौके पर ही शहादत का जाम पी गए थे। जबकि सिपाही प्रगट सिंह गंभीर रुप से जख्मी हो गया। जिसे एयरलिफ्ट कर चंडीगढ़ सेना के कमांड अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उसकी सेहत में काफी सुधार आ रहा था। मगर दो दिन पहले उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और गत दिवस वो 15 दिन मौत से लड़ते हुए जिंदगी की जंग हार गया। 


वहीं रविवार को जब सारा देश मां-बेटे के पवित्र रिश्ते को दर्शाता पर्व मदर्स डे मना रहा था तो सिपाही इसी पवित्र दिन तिरंगे में लिपटा हुआ अपने गांव पहुंचा, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। मां सुखविंदर कौर, बहनें किरणदीप व अमनदीप की करुणामयी सिसकियां पत्थरों का कलेजा छलनी कर रही थी।

मां ने शहीद बेटे के सिर पर बांधा सेहरा व दिया अर्थी को कंधा-माहौल उस समय बेहद गमगीन हो गया, जब शहीद की मां सुखविंदर कौर ने शहीद व अविवाहित इकलौते बेटे प्रगट सिंह के सिर पर सेहरा सजाकर व उसकी अर्थी को कंधा देकर शमशान तक पहुंचाया। बिलकते हुए मां ने कहा कि उसका बेटा तीन साल पहले 21 पंजाब रैजीमेंट में भर्ती हुआ था तथा पिछले साल नवंबर में छोटी बहन की शादी पर एक महीने की छुट्टी लेकर घर आया था तथा शादी के दूसरे दिन ही वापिस डयूटी पर लौट गया था तथा पिछले पांच महीने से वो गलेश्यिर की ऊंची पोस्टों पर डयूटी दे रहा था। 29 अप्रैल को उसने निचली पोस्टों पर वापिस लौटना था। मगर 25 अप्रैल को यह अनहोनी घटना घटित हो गई।


शस्त्र उल्टे कर शहीद को दी सलामी-
तिब्बड़ी कैंट से आई 20 डोगरा रैजीमेंट के जवानों ने शस्त्र उल्टे कर, बिगुल की मातमी धुन के साथ हवा में गोलियां दागते हुए शहीद को सलामी दी। पिता प्रीतम सिंह ने शहीद बेटे की चिता को मुखागिन दी। शहीद की युनिट की ओर से सूबेदार पुष्पेंद्र सिंह, 20 डोगरा युनिट के नायब सूबेदार दविंदर सिंह के अलावा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व गवर्नर बी.पी सिंह बदनौर की ओर से कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा व जिला प्रशासन की ओर से जिलाधीश मोहम्मद इशफाक, एसडीएम अर्शदीप सिंह लुबाणा, तहसीलदार नवदीप सिंह व शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने शहीद को रीथ चढ़ाकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

शहीद राष्ट्र का सरमाया-रंधावा
कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि शहीद कौम राष्ट्र का सरमाया होते है, इनकी अमूल्य शहादत का मोल चुकाया नहीं जा सकता। उन्होंने मुख्यमंत्री की तरफ से शहीद परिवार को 50 लाख रुपए की एक्सग्रेशिया ग्रांट व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की।

Written By
The Punjab Wire