Corona news- भूख के आगे बेबस दिखा कोरोना, तेरी साड़ी मेरी साड़ी से सफेद कैसी की तर्ज पर खुद जान जोखिम में डाल रहे थे दुकानदार, प्रशासन ने दिया ट्रायल, जिलें में सात की मौत, 304 कोरोना संक्रमित
मुख्यमंत्री कैप्टन के संबोधन के बाद लोगों में फिर पनपा खौफ, कैप्टन ने करवाया हालातों से रुबरु
गुरदासपुर, 7 मई (मनन सैनी)। जिला गुरदासपुर में भूख के आगे कोरोना वायरस बेबस दिख रहा है। एक तरफ जिले में सात लोगों की मौत हुई व 304 लोग संक्रमित पाए गए। वहीं कोरोना के इस मचते तांडव में भी दुकानदारों एवं व्यापारियों की बेबसी के आगे प्रशासन भी कुछ हद तक झुकता जरुर नजर आया परन्तु प्रशासन ने अपने तेवर नर्म होने के साथ साथ कड़े करने की ठानी है। हालांकि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप एवं आने वाले दिनों में मचने वाले तांडव को लेकर खुद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह एवं डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इश्फाक खुद काफी चिंता में है। डीसी इश्फाक का कहना है कि व्यापार मंडल की ओर से नियमों की सख्ती की पालना की शर्त के साथ यह छूट दी गई है। परन्तु अगर नियमों की पालना नही होती तो आदेश बदल दिए जाएगें। उन्होने साफ कहा कि इस छुट को कुछ दिनों के लिए दिया गया ट्रायल समझा जाए और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हरेक व्यापारी हर हफ्ते अपना कोरोना टैस्ट करवाएगा और नियमों की सख्ती से पालना करेगा। उनका कहना है कि फिल्हाल जो संक्रमित पाए जा रहे है उसमें गुरदासपुर केंद्रीय जेल एवं बाहरी जिलों में संक्रमित आए लोग भी शामिल है। इसलिए अभी सिर्फ ट्रायल दिया गया है ।
गौर रहे कि शुक्रवार को जिला मैजिस्ट्रेट की ओर से जारी प्रैस नोट के बाद सभी दुकानें एक साथ निर्धारित समय पर खुलने से हालात बिगड़ने की आशंका है, क्योंकि यह आंकड़े अभी गैर जरुरी वस्तुओं की दुकाने बंद होने के बाद के है। दुकानदारों की ओर से भी इस अभी महामारी के दौरान कोरोना वायरस से लड़ने में कोई अहम सहयोग नही दिया जा रहा और ज्यादातर दुकानदार उस कहावत पर फिट बैठते नजर आ रहे है कि तेरी साड़ी मेरी साड़ी से सफेद कैसें और एक दूसरे को देख खुद बिमारी ओर प्रशासनिक आदेशों को ताक पर रख कर ग्राहकों को शटर बंद कर अंदर ही डील करते नजर आए। जिससे वैंटीलेशन न होने के कारण कोरोना वायरस फैलने का ज्यादा खतरा दिख रहा था। शायद इसी लिए प्रशासन की ओर से आदेश जारी कर सभी की दुकाने खोलने सीमित समय के लिए खोलने के आदेश जारी हुए। हालाकि यह आदेश डीसी की ओर से व्यापारिक संस्थानों के साथ कई मीटिंगें करने के बाद जारी हुए।
आम लोग एवं स्वस्थ्य विभाग खुद कोरोना वायरस के प्रति कितने घंभीर है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वैक्सीन सैंटरों पर भीड़ रहती है और एक मंदिर में स्थित वैक्सनी सैंटर पर शादी का आयोजन करवाया जा रहा था। जिस पर लगाम लगाने की जरुरत है।
एक तरफ जहां जिला मैजिस्ट्रेट की ओर से जारी किए गए वहीं दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की ओर से भी शुक्रवार को संबोधन के बाद लोगों में फिर से खौफ पनप रहा है।
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन ने बताया कि हालात कैसे बिगड़ गए है। कैप्टन ने बताया कि पंजाब में गुरुवार को 8874 नए केस हुए है तथा 154 लोगों की मौत हुई है। जिसके चलते उन्हें ऐसे कदम उठाने पड़े ताकि कोरोना को रोक सकें जिसके चलते कई दुकानें के समय संबंधी कदम उठाए गए है। पहले यह शहरों में था परन्तु अब गांव के लोगों इस बिमारी की चपेट में आ रहे है तथा नए युवा भी इसका शिकार है। इसलिए खुद इसका इलाज न करें डाक्टर के पास जाए और अपना टैस्ट करवाएं।
मौत संबंधी आंकड़े बताते हुए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब में जब से कोरोना वायरस शुरु हुआ है तब से 9 हजार 980 लोग पंजाब में कोरोना का शिकार हो चुके है। उन्होने कहा कि लोगों को ध्यान देना पड़ेगा अगर उन्होने परिवार को बचाना है। उन्होने कहा कि बाहर के लोग हमारी मदद कर रहे है, पंजाबियों से अपील करते हुए कहा कि जो भेज सकते है भेजें, पंजाब को बचाना है।
कैप्टन ने साफ कहा कि अभी हम शिखर पर नहीं पहुंचे, डाक्टरों को अनुसार 15 मई के करीब हम शिखर पर पहुंचेगें, फिर हम नीचे आएगें, फिर सितंबर में यह बिमारी उपर जा सकती है। उन्होने स्पेनिश फ्लू का हवाला देते हुए कहा कि 1918 में स्पेनिंश फ्लू आई थी वह चार साल हिंदोस्तान में रही. तब दुनिया की आबादी कम होने के बाद भी 5 करोड़ के लोग इससे प्रभावित हुए।
कैप्टन ने साफ कहा कि उन्हें या किसी भी माहिर को इस बिमारी का कुछ नही पता, यह कब तक रहेगी और कब खत्म होगी। इसलिए हमें अपनी सुरक्षा स्वंय करनी होगी। बतौर मुख्यमंत्री मैं पंजाब की सुरक्षा करुंगा और कभी कभी हमें कड़वे घूंट पीने पड़ेगें और कड़वे कदम उठाने पड़ेगें जो किसी को पंसद न हो। सो इसलिए वह आशा करते है कि चाहे दुकान बंद रखनी पड़े या कोई भी ओर सख्त उठाना पड़े उसके लिए प्रशासन एवं सरकार का साथ दें ताकि इस बिमारी को बढ़ने से रोका जा सकें।
जिले में 7170 लोगों को लगी कोरोना वेक्सीन-
वहीं शुक्रवार को जिले में 7170 लोगों को कोरोना वेक्सीन लगाई गई। जानकारी देते हुए टीकाकरण अधिकारी डा. अरविंद मनचंदा ने बताया कि बटाला में 1153, कलानौर में 504, बहरामपुर में 630, भाम में 630, रणजीत बाग में 300, दोरांगला में 338, नौशहरा मज्झा सिंह में 300, भुल्लर में 636, ध्यानपुर में 347, काहनूवान में 343, गुरदासपुर में 1280 व फतेहगढ़ चूडिय़ा में 709 लोगों को कोरोना वेक्सीन लगाई गई।