जहां कोरोना बिमारी का खौफं, वहीं बच्चों की भूख के आगे असहाय होते नजर आए दुकानदार
जिले में खत्म हुई वैक्सीन, डाक्टरों से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक हुए लाचार, वैक्सीन लगवाने आए लोग हुए निराश
गुरदासपुर, 3 मई (मनन सैनी)। जिला गुरदासपुर में पाबंधियों के चलते जहां महज जरुरी वस्तुओं से संबंधित संस्थान एवं दुकानें, रेहड़िया इत्यादि खोलने के आदेश जारी हुए है। वहीं इन आदेशों में यह भी कहा गया है कि दुकान या रेहड़ी वालों या जिन्हे बंदिशों से छूट दी गई है। उनके लिए हर हफ्ते आरटीपीसीआर टैस्ट करवाने के निर्देश भी जारी हुए है। आदेशों में साफ कहा गया है कि केवल नैगेटिव रिपोर्ट के आधार पर ही उन्हे संस्थान खोलने की इजाजत है। अगर उनके पास 7 दिन पहले का नैगेटिव टैस्ट रिपोर्ट नही तो उन्हे दुकान संस्थान खोलने की इजाजत नही है। उक्त गाइडलाईन की पालना न करने वालों के खिलाफ कानूनी कारवाई अमल में लाई जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ सरकार की ओर से एकदम जारी किए गए आदेशों के चलते उन दुकानदारों में भी रोष व्याप्त था जोकि जरुरी वस्तुओं में नही आते। नम आखों से कुछ दुकानदार कहते नजर आए कि एक तरफ तो बिमारी का डर है परन्तु वह अपने भूखे बच्चों परिवार के लिए क्या करें। उनका कहना था कि किस सरकार ने उनकी सुध ली है। या तो कैप्टन साहिब ने बैंकों का ब्याज माफ किया जा मोदी साहिब ने मीडिल क्लास के घर राशन पहुंचाया। इसी दर्द के चलते कई दुकानदार बिमारी के दौर में भी अपनी दुकानों के बाहर ग्राहकों का इंतजार करते नजर आएं । इस संबंधी गुरदासपुर के व्यापार मंडल के प्रधान दर्शन महाजन एव अन्यों की ओर से डीसी मोहम्मद इश्फाक एवं विधायक बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा के साथ मीटिंग की गई और अपनी समस्याएं बताई गई। दर्शन महाजन ने बताया कि हमने विधायक को बताया कि या तो सभी जरुरी दुकानों का टाईम सुबह 6 से 9 बजे तक कर दिया जाए, या सभी दुकानें खोल कर उसका समय घटा दिया जाए। जिस पर विधायक ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से बात करेगें। दर्शन महाजन ने साफ कहा कि पहले वह व्यापारी है जिसके बाद एक पार्टी के नेता। परन्तु हमें मर्यादा में रह कर अपनी मांगे उठाएंगे, क्योंकि इस समय देश पर संकट मडरा रहा है।
चार की मौत, 233 पाए गए संक्रमित, कोरोना वैक्सीन के खत्म होने ड़ाक्टर से लेकर प्रशासनिक अधिकारी दिखें लाचार
उधर जिले में कोरोना वायरस से कुल चार की मौत हो गई तथा 2333 लोग संक्रमित पाए गए। वहीं जिले में कोरोना वैक्सीन के खत्म होने के चलते लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा तथा डाक्टरों से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक लाचार दिखें। सिवल अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगवाने आए 45 साल से उपर के लोग या दूसरी डोज लगवाने आए लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा तथा उन्हे डोज के बगैर ही वापिस लौटना पड़ा। वैक्सीन लगवाने आए रवि, सुदेश, इत्यादि ने बताया कि वैसे सरकार कहती है कि जरुरत पढने पर ही घरों से बाहर निकलें। जिसके चलते वह बाहर जाने से बिलकुल परहेज कर रहे थे। परन्तु सोमवार को डोज लगवाने के चलते वह अस्पताल आए औऱ कई अन्यों के संपर्क में आए। इस संबंधी डीआईओ डाॅ अऱविंद मनचंदा एवं सिवल सर्जन डाॅ हभजन मांडी का कहना था कि सरकार को वैक्सीन संबंधी लिखा जा चुका है आने वाले दिनों में वैक्सीन आने की उम्मीद है।
जिले में दाखिल होने वाला की नही हुई जांच ,डीसी गुरदासपुर का कहना जिले में नहीं पंजाब में दाखिल होने वालों के लिए टैस्ट अनिवार्य
गुरदासपुर जिले में दाखिल होने वाली की पुलिस की जांच नही हुई। इस संबंधी गुरदासपुर के एसएसपी नानक सिंह एवं डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर मोहम्मद इश्फाक का कहना था कि जिले में एंट्री पर कोई पाबंधी नही है। इस संबंधी संशोधित आर्डर जल्द ही जारी कर दिए जाएगें। एसएसपी नानक सिंह ने कहा कि कल से शहर में कोई भी खामी देखने को नही मिलेगी। वहीं डीसी इश्फाक ने कहा कि जिले में वैक्सीन की जरुरत संबंधी पहले से लिखा जा सकता है। पूरे पंजाब में वैक्सीन की कमी है। परन्तु फिर भी हो सकता है कि कल या परसों तक वैक्सीन आ जाए। डीसी ने कहा कि पाबंधी के दौरान खुलने वाले रेहड़ी वाले, दुकानदार सभी के टैस्ट होगें। उन्होने कहा कि ज्यादातर लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है। परन्तु फिर भी सभी के टैस्ट करवाए जाएगें।