गुरदासपुर, फतेहगढ़ साहिब और फरीदकोट में 3 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित होगी हाईटैक लैब– तृप्त बाजवा
इम्पोर्टड सैक्स्ड सीमन की कीमत 1000 रुपए से घटाकर 300 रुपए कीराज्य के पशु पालकों की आय बढ़ाने, पशूओं की नसल सुधार और दूध की पैदावार बढ़ाने हेतु राज्य सरकार यह ऐतिहासिक कदम – तृप्त बाजवा
बटाला, 3 जनवरी।राज्य के पशु पालकों के लिए इस साल के शुरू में एक अच्छी ख़बर आई है। पंजाब सरकार की तरफ से राज्य के पशु पालकों की आय बढ़ाने, पशूओं की नसल सुधार और दूध की पैदावार बढ़ाने हेतु ऐतिहासिक कदम उठाते हुए कृत्रिम गर्भदान की पर्ची फीस में भारी कटौती की गई है।
आज बटाला में राज्य के पशु पालन, मछली पालन और डेयरी विकास मंत्री स. तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने यह ऐलान करते हुए बताया कि पशु पालन विभाग की तरफ से भैंसों, गायोंं की नसल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भधान के लिए इम्पोर्ट किये जाने वाले सैक्स्ड सीमन के साथ ए.आई. की कीमत 1000 रुपए से घटाकर 300 रुपए कर दी गई है। इसके साथ ही इम्पोर्टड एच.एफ/जर्सी सीमन के साथ ए.आई. की फीस 200 रुपए से घटाकर 50 रुपए, ई.टी.टी बुल के सीमन के साथ ए.आई. की कीमत 150 रुपए से 35 रुपए और जनरल सीमन के साथ ए.आई. की कीमत 75 रुपए से घटाकर 25 रुपए की गई है।
स. बाजवा ने कहा कि यह नये रेट 13 जनवरी से राज्य भर में लागू होंगे और राज्य के पशु पालकों को हर साल करीब 10 करोड़ रुपए से अधिक की राहत मिलेगी। पशु पालन और डेयरी विकास मंत्री स. तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने बताया कि पशूओं की नसल सुधार और दूध की पैदावार बढ़ाने हेतु पशु पालन विभाग पंजाब की तरफ से भारत सरकार के ‘नेशनल ए.आई. प्रोग्राम’ के अंतर्गत तारीख़ 15 सितंबर 2019 से 15 मार्च 2020 तक हर जि़ले के 300 गाँवों के 20,000 पशूओं में मुफ़्त कृत्रिम गर्भदान की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा इस प्रोजैक्ट पर करीब 7 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री स. तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने बताया कि पशु पालन विभाग की तरफ से भारत सरकार के सहयोग से राज्य के पशूओं को मुख-खुर और बरुसलोसिस की बीमारी से मुकम्मल रोकथाम के लिए नेशनल एनिमल डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम को लागू किया जा रहा है और इस प्रोग्राम अधीन राज्य के समूचे पशूधन को मुख-खुर और बरुसीलोसस की बीमारी का मुफ़्त टीकाकरण किया जाना है। उन्होंने कहा कि इस मकसद के लिए विभाग की तरफ से 5.45 करोड़ रुपए की राशि ख़र्च की जायेगी।
स. बाजवा ने बताया कि पशु पालकों में अच्छी नसल के पशु रखने का रुझान पैदा करने के लिए विभाग की तरफ से हर साल पशुधन और दूध दुहने के मुकाबले कराए जाते हैं और इस बार 4 दिवसीय राष्ट्रीय पशुधन चैंपियनशिप 27, 28, 29 फरवरी और 1 मार्च 2020 को बटाला में करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि पहले इस राष्ट्रीय चैपियनशिप जीतने वाले पशु पालक को 1.25 करोड़ की राशि इनाम के तौर पर दी जाती थी जो इस बार बढ़ाकर 2 करोड़ कर दी गई है। स. बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से दूसरे राज्यों में पशूओं की ढुलाई और यातायात को आसान करने के लिए विभाग के समूह डिप्टी डायरेक्टरों और अपने स्तर पर ही पशूओं के एक्सपोर्ट सर्टिफिकेट जारी करने के अधिकार दिए जा रहे हैं, जिससे राज्य के उत्तम पशूधन की बिक्री को और बल मिलेगा और पशु पालकों की आय में वृद्धि होगी।
गुरदासपुर, फतेहगढ़ साहिब और फरीदकोट में 3 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित होगी हाईटैक लैब
स. बाजवा ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से राज्य के तीन जिलों गुरदासपुर, फतेहगढ़ साहिब और फरीदकोट में 3 करोड़ रुपए की लागत से हाईटेक लैब स्थापित की जा रही हैं। इसके अलावा राज्य में पी.एल.डी.बी. की तरफ से पशु पालन विभाग की स्कीमों को लागू करने और उनकी मोनिटरिंग करने हेतु 33 गाड़ीयों की खरीद की जा रही है। कैबिनेट मंत्री स. बाजवा ने कहा कि राज्य के पशूओं को और बढिय़ा सेहत सेवाएं देने के लिए पशु पालन विभाग में खाली पड़े पदों को जल्द भरा जायेगा। उन्होंने कहा कि विभाग में 117 वेटनरी अफ़सर और 599 वेटनरी इंस्पेक्टरों की भर्ती सम्बन्धी कार्यवाही अमल अधीन है। स. बाजवा ने कहा कि विभाग की तरफ से विभिन्न पदों के लिए पदोन्नतियां करने के लिए विभागीय पदोन्नती समिति की मीटिंग भी जल्द की जा रही है। स. बाजवा ने कहा कि पूरे पंजाब में पशु पालन विभाग की पशु संस्थाओं के नये निर्माण और मुरम्मत करवाने हेतु विशेष ध्यान दिया जा रहा है और पशु संस्थाओं के नये निर्माण और मुरम्मत कराने के लिए पंजाब पशुधन विकास बोर्ड की तरफ से अपने फंड में से ख़र्च किया जायेगा।
इससे पहले कैबिनेट मंत्री स. तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने पशु पालन विभाग के डायरैक्टर डा. इन्द्रजीत सिंह के साथ बटाला की गोशाला का दौरा किया और प्रबंधकों की मुश्किलों को सुना और उनके हल के लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। इस मौके पर उनके साथ डिप्टी डायरैक्टर डा. शाम सिंह, डा. सरबजीत सिंह, डा. गुरदेव सिंह, डा. रणजीत सिंह, चेयरमैन कस्तूरी लाल सेठ, सुखदीप सिंह तेजा, गुड्डू सेठ, पी.ए. सिकन्दर सिंह, रमेश वर्मा आदि नेता उपस्थित थे।