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नहीं बढ़ रही मकानों के कीमत, दाम बढ़ने के मामले में 56 देशों में 47वें स्थान पर है भारत

नहीं बढ़ रही मकानों के कीमत, दाम बढ़ने के मामले में 56 देशों में 47वें स्थान पर है भारत
  • PublishedJanuary 3, 2020

नयी दिल्ली: पिछले एक साल से भारत में रीयल स्टेट अपने बुरे दौर से गुजर रहा है. मकानों के दामों में बढ़ोतरी भी न के बराबर ही रही है. पिछले दिनों वैश्विक संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक से अपनी जारी रिपोर्ट में कहा कि मांग सुस्त पड़ने से घरों के दामों में मामूली वृद्धि हुई है. अगर घरों में बढ़े दामों पर नजर डालें तो भारत दुनिया में 56 देशों की सूची में 47 वें स्थान पर है. चालू वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में देश में घरों की कीमतों में मात्र 0.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.

अप्रैल-जून तिमाही में घर कीमतों में बढ़ोतरी के मामले में भारत 11वें स्थान पर था. इस दौरान देश में घरों की कीमतों में 7.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ.

नाइट फ्रैंक ने अपनी ताजा रिपोर्ट वैश्विक आवास मूल्य सूचकांक तीसरी तिमाही 2019 में 56 देशों और स्थानों पर आधिकारिक सांख्यिकी आंकड़ों के आधार पर घर कीमतों का आकलन किया है. भारत इसमें 56 देशों में 47वें स्थान पर है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि बिक्री की सुस्त रफ्तार, बिना बिके मकानों का स्टॉक और डेवलपर्स के पास नकदी की कमी की वजह से घर कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है.

नाइट फ्रैंक ने अपनी ताजा रिपोर्ट वैश्विक आवास मूल्य सूचकांक तीसरी तिमाही 2019 में 56 देशों और स्थानों पर आधिकारिक सांख्यिकी आंकड़ों के आधार पर घर कीमतों का आकलन किया है. भारत इसमें 56 देशों में 47वें स्थान पर है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि बिक्री की सुस्त रफ्तार, बिना बिके मकानों का स्टॉक और डेवलपर्स के पास नकदी की कमी की वजह से घर कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है.

आंकड़ों के अनुसार इस सूची में हंगरी पहले स्थान पर है. तिमाही के दौरान सालाना आधार पर हंगरी में घर 15.4 प्रतिशत महंगे हुए. लग्जमबर्ग में इनकी कीमतों में 11.4 प्रतिशत और क्रोएिशया में 10.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ.

स्लोवाकिया इस सूची में 9.7 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर है. लातविया में पांचवें (नौ प्रतिशत), चेक गणराज्य (8.7 प्रतिशत) छठे, चीन (8.5 प्रतिशत) सातवें, जर्सी (8.5 प्रतिशत आठवें), मेक्सिको (8.4 प्रतिशत) नौवें और रूस (8.1 प्रतिशत) दसवें स्थान पर है.


Written By
The Punjab Wire