दुबई पहुंचने के पांच दिन बाद ही जगदीप ने कर ली थी आत्म हत्या,परिजन पूरी तरह जाँच पड़ताल करने के बाद ही बच्चों को भेजें विदेश: डा.ओबराए
गुरदासपुर 20 अप्रैल (मनन सैनी)। अपने परिवार को आर्थिक मंदहाली से निकालने के लिए दुबई गए गुरदासपुर के धर्मकोट निवासी जगदीप सिंह का शव मंगलवार को दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी एवं समाज सेवक एस पी सिंह ओबराए तथा भारतीय दूतावास के सहयोग से आखिरकार अमृतसर के गुरु रामदास अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। जहां शव को उनके परिवारवालों के सपुर्द कर दिया गया। गौर रहे कि 22 वर्षीय जगदीप सिंह पुत्र सतनाम सिंह 9 मार्च को दुबई गया गया और पांच दिनों बाद 14 मार्च को उसने मानसिक परेशानी के चलते जीवन लीला समाप्त कर ली थी। परिवार की ओर से सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट से सहयोग की अपील की गई थी।
इस संबंधी जानकारी देते हुए ट्रस्ट के संस्थापक डा. एसपी सिंह ओबराए ने बताया कि जगदीप सिंह के परिवार की ओर से उनके साथ संपर्क करने पर पूरी जानकारी प्राप्त कर उनकी ओर से इस संबंधी भारतीय दूतावास को बताई गई और उनके सहयोग के साथ जगदीप सिंह का मृतक शव ट्रस्ट की अमृतसर भेजा। मृतक देह को भारत भेजने का खर्चा भारतीय दूतावास की ओर से किया गया। उन्होने बताया कि अब तक 227 लोगों के शवों को वह उनके परिजनों तक पहुंचा सके है और लोगों से अपील करते है कि वह पूरी जांच पड़ताल करने के उपरांत ही अपने बच्चों को विदेश भेजें।
मृतक देह को ट्रस्ट की इकाई के प्रधान सुखजिन्दर सिंह हेयर , महा सचिव मनप्रीत संधू और वित्त सचिव नवजीत सिंह घई की मौजुदगी में हवाई अड्डे से प्राप्त कर परिवार को सौंप दिया गया।
जगदीप सिंह के भाई बिकरमजीत सिंह और मौसा गुरचरन सिंह ने इस मौके पर डॉ एस पी सिंह ओबराए का धन्यवाद करते हुए बताया कि जगदीप के परिवार की आर्थिक हालत और उस के पिता की सेहत ठीक न होने के कारण उसका शव भारत लेकर आना उन के बस में नहीं था। उन्होंने कहा कि डा.ओबराए की वजह से ही जगदीप के परिवार और दूसरे रिश्तेदारों को उस के अंतिम दर्शन करने का नसीब प्राप्त हुआ हैं। गौरतलब है कि इस मृतक देह को भारत भेजने के लिए डा.ओबराए के निजी सचिव बलदीप सिंह चाहल ने भी विशेष भूमिका निभाई है।