कोविड दौरान जरूरतमंद जवान लड़कियों को बरगलाकर जबरन देह-व्यापार में धकेलती थी महिला
देह-व्यापार चलाने वाली महिला के घर से पाबन्दीशुदा नशीले पदार्थ, शराब, नकदी और मोबाइल फ़ोन भी हुए बरामद
लुधियाना, 6 मार्च:सुबह तडक़े किये गए एक ऑपरेशन के अंतर्गत पंजाब पुलिस ने शनिवार को लुधियाना में सक्रिय अंतर-राज्यीय सैक्स रैकेट का पर्दाफाश किया। इस कार्यवाही के दौरान पहले से ज़मानत पर चल रिहा गिरोह की मुखिया महिला, 10 लड़कियों समेत 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। उक्त महिला कोविड के दौरान जरूरतमंद बेरोजग़ार लड़कियों को देह-व्यापार के धंधे में धकेलती थी।देह व्यापार में शामिल ये लड़कियाँ नेपाल, केरला, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, चंडीगढ़ और अमृतसर की रहने वाली हैं और आगे की जांच जारी है। इस कार्यवाही का नेतृत्व ए.डी.सी.पी. लुधियाना रुपिन्दर कौर सरां ने की।
एडीसीपी ने बताया बताया कि दोषियों के पास पाबन्दीशुदा नशीले पदार्थों ईटीजोलम और ऐसकीटलोपरम ऑकज़लेट की गोलियाँ भी बरामद की गई हैं जिनको डॉक्टर की इजाज़त के बगैर इस्तेमाल करने पर पाबंदी है और सप्लाई के स्रोत का पता लगाने के लिए दोषियों से पूछताछ की जा रही है।सरां ने बताया कि प्राथमिक जांच के दौरान दूसरे शहरों में भी इसी तरह के गुर्गों के नाम सामने आए हैं जिनमें मुख्य दोषी और सम्बन्धित लड़कियाँ एक दूसरे के संपर्क में थे। उन्होंने आगे कहा कि इन सभी पक्षों की पड़ताल की जा रही है और जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।ऐटीजोलम और ऐसकीटलोपराम ऑकज़लेट की 20 गोलियों के अलावा स्पनिशे फ्लिग सैक्स ड्रॉप्स के 5 पीस भी ज़ब्त किये गए।
मौके से 7 मोबाइल फ़ोन, 28 पैकेट कंडोम के अलावा 3630 रुपए की नकदी और दो शराब की बोतलें भी बरामद हुईं।लुधियाना के पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने ए.डी.सी.पी लुधियाना-4 रुपिन्दर कौर सरां के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की थी, जिसके मैंबर एसएचओ मुहम्मद जमील थे। इस मामले में थाना टिब्बा में इम्मोरल ट्रैफिक़ प्रीवेंशन एक्ट 1956 की धारा 3, 4 और 5 के अंतर्गत मुकद्मा नंबर 46, तारीख़ 6-03-2021, दर्ज किया गया है।
उक्त छापेमारी संबंधी जानकारी देते हुए एडीसीपी रुपिन्दर कौर सरां ने बताया कि दोषी द्वारा चलाए जा रहे देह व्यापार की गतिविधियों बारे एक सूचना मिली थी और उसकी हरकतों पर तीखी नजऱ रखी जा रही थी। मुख्य दोषी की पहचान मनजीत कौर उर्फ पम्मी आंटी के तौर पर हुई है जो गली नंबर 10 न्यू सुभाष नगर की निवासी है और उसे साल 2018 में थाना जोधेवाल में दर्ज इसी तरह के एक अन्य केस में गिरफ्तार भी किया गया था। छापेमारी के दौरान सम्बन्धित घर से तीन और व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया गया जो ग्राहक के तौर पर वहाँ आए थे। उक्त महिला (गिरोह की मुखिया) अब ज़मानत पर रिहा थी और केवल नौजवान जरूरतमंद लड़कियों को बहला-फुसला कर देह व्यापार के धंधे में धकेल कर अपने घर से गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम दे रही थी। बता दें कि कोविड के संकटकाली दौर में उक्त महिला जरूरतमंद, बेरोजग़ार लड़कियों को धोखे से बहला-फुसला कर देह व्यापार में लगाती थी।
गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों में से एक दिल्ली की लडक़ी शामिल है जो कोविड दौरान अपने रिश्तेदार से लिया कजऱ् वापस नहीं लौटा सकी थी, जबकि शहर के गुरूद्वारे में से ढूँढी एक और लडक़ी को नौकरी देने का झाँसा देकर इस धंधे में लाया गया। सरां ने आगे बताया कि ये लड़कियाँ अपने पारिवारिक सदस्यों को बतातीं थीं कि वे किसी फैक्ट्री में काम करती हैं या विवाह की पार्टियों में परफॉर्म करती हैं।