गुरदासपुर, 18 फरवरी (मनन सैनी)। कृषि कानून के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चे के निमंत्रण पर वीरवार को किसान संगठनों ने चार घंटे रेलवे पटरी गुरदासपुर पर धरना दिया। धरने में बड़ी संख्या में शामिल किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उधर किरती किसान यूनियन ने भी गुरदासपुर के औजला फाटक रेलवे पटरी पर धरना दिया। धरने को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किसानों के संघर्ष को अनदेखा किया जा रहा है। पिछले कई महीनों से किसान लगातार धरना देते आ रहे हैं।
मगर मोदी सरकार किसानों की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही। जबकि किसानों को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में किसान रेलवे स्टेशनों व दिल्ली में भी लगातार धरना दे रहे हैं। दिल्ली में 26 जनवरी वाले दिन मोदी सरकार ने अपने ही गुर्गों को भेज कर माहौल खराब किया और इसकरा भंडा किसानों पर फोड़ दिया। यहां तक कि किसानों को खालिस्तान तक बोला गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की जमीनों को हड़पना चाहती है। किसानों अब जबकि केंद्र सरकार के गलत मंसूबों के खिलाफ खड़े हो गए हैं तो सरकार किसानों को दबाने के लिए कई हथकंडे अपना रही है। उन्होंने बताया कि उनकी ओर से आज पूरे पंजाब में रेलवे पटरियों पर दोपहर 12 से शाम चार बजे तक धरना दिया है।
उन्होंने कहा कि किसान लगातार संघर्ष कर रहे हैं। भले की मोदी सरकार किसानों को दबा रही है,लेकिन किसान अपने संघर्ष को खत्म नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है, तब से किसान, आम वर्ग,व्यापारी वर्ग के खिलाफ फैसले लिए जा रहे हैं। आब हालात यह बन चुके हैं कि लोग आर्थिक तौर पर कमजोर हो चुके हैं। अब देश की जनता जान चुकी है। मोदी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ डटकर संघर्ष करेंगे। इस मौके पर किसान गुरप्रीत सिंह घुम्मणषसुरजीत सिंह,संतोख सिंह,जगीर सिं,गुरप्रीत सिंह,सतबीर सिंह,मेजर सिंह,अशोक,हरभजन सिंह,बलबीर सिंह आदि उपस्थित थे।