तृप्त बाजवा की ओर से जारी की गई हिदायत
चंडीगढ़, 28 दिसंबर। पंजाब के उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने आज पंजाब की सभी स्टेट यूनिवर्सिटियों और सरकारी कॉलेजों के अधिकारियों को हिदायत जारी करते हुये कहा है कि दशम पातशाह के चार साहिबजादों और माता गुजरी द्वारा देश-कौम के लिए दी गई शहीदियों के दिनों में किसी भी किस्म के जश्न मनाने या नाचने-गाने के प्रोग्राम न रखें। उन्होंने कहा कि सिख इतिहास में ‘शहीदी सप्ताह’ के तौर पर जाने जाते इन दिनों में पूरे सिख जगत में शोक की लहर छाई होती है, इसलिए दिसंबर के अंत में आने वाले इस सप्ताह में किसी भी किस्म का जश्न मनाना शोभा नहीं देता हैं।
बाजवा की ओर से शनिवार को जारी एक प्रैस बयान में कहा है कि दशम पातशाह के बड़े साहिबज़ादे बाबा अजीत सिंह और बाबा जुझार सिंह ने चमकौर साहिब के मैदान में मुगलों के टिड्डी दल के साथ लड़ते हुये अपनी शहादतें दीं और उसके दो दिन बाद छोटे साहिबज़ादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को सरहिन्द में दीवारों में चिनवा कर शहीद कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि छोटे साहिबज़ादे की ‘नन्ही जानों’ द्वारा किये गए महान शहादत की दुनिया में कहीं भी कोई मिसाल नहीं मिलती। बाजवा ने कहा कि इन महान और लामिसाल बलिदानों से न सिफऱ् सिख पंथ बल्कि पूरे पंजाबी जगत की भावनाओं जुड़ी हुई हैं, इसलिए इन भावनाओं को महसूस करते हुये सभी यूनिवर्सिटियों और कॉलेजों को लिखित हिदायत की जा रही है कि वे इस ‘शहीदी सप्ताह’ के दौरान शैक्षिक अदारों में कोई जश्न न मनाए जाये।
गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी में इन दिनों में हो रहे उत्तरी जोन अंतर-यूनिवर्सिटी युवा मेले सम्बन्धी श्री बाजवा ने कहा कि यूनिवर्सिटी अधिकारियों ने बताया है कि इस युवा मेले की तारीख़ों का फ़ैसला केंद्र सरकार द्वारा एक साल पहले ही कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि फिर भी यूनिवर्सिटी अधिकारियों को हिदायत कर दी गई है कि वह केंद्र सरकार से सम्बन्धित मंत्रालयों को यह जानकारी दें कि इन दिनों में कोई भी प्रोग्राम न रखा जाये।
बाजवा ने निजी यूनिवर्सिटियों, कॉलेजों और अन्य अदारों को भी कहा है कि वह भी इन दिनों में जश्नों का कोई प्रोग्राम न रखा करें।