अकाली दल के वर्करों ने अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर कातिलाना हमला करने की जोरदार निंदा की
मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा तथा हाईकोर्ट के किसी वर्तमान न्यायाधीश से जांच की मांग की
कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेसी माफिया के आगे बेबस तथा उन्होने राज्य पुलिस को हिदायत की कि इनके खिलाफ कार्रवाई न की जाए
चंडीगढ़/02फरवरी: शिरोमणी अकाली दल ने आज जलालाबाद में कथित रुप से पुलिस की हिमायत से कांग्रेसी गुंडों द्वारा अकाली वर्करों तथा शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल पर कातिलाना हमला करने की जोरदार निंदा की तथा राज्य में कानून- व्यवस्था के खराब होने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा मांगा है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पार्टी के प्रवक्ता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि ऐसा लगता है कि शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष की जान लेने के लिए सोचा समझा किया गया है तथा जलालाबाद पुलिस इस अपराध में आप मिलीभगत थी जिसने हमलावरों को रोकने का कोई प्रयास नही किया ।
डाॅ. चीमा ने कहा कि इस सारे मामले की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच पंजाब तथा हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से होनी चाहिए क्योंकि यह घिनौना अपराध सरकार के सरंक्षण में ही किया गया है।
डाॅ. चीमा ने जोर देकर कहा कि राज्य में कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में लोकतंत्र का कत्ल हुआ है क्योंकि अपराधी स्वयं मजमर्जी से काम कर रहे हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। उन्होने मुख्यमंत्री तथा राज्य की शांति तथा साम्प्रदायिक सदभावना भंग होने के लिए जिम्मेदार होने का दोष लगाया है।
डाॅ. चीमा ने कहा कि आज की घटना राज्य में जंगल राज का शिखर है जहां कांग्रेस के नेतृत्व वाले माफिया तथा गुंडों ने राज्य पर कब्जा कर लिया है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री न सिर्फ इस माफिया के आगे बेबस दिखाई दे रहा है बल्कि ऐसा लगता है कि उन्होने पुलिस को इनके खिलाफ कार्रवई न करने की हिदायत दे रही है।
अकाली नेता ने कांग्रेसी विधायक रमिंदर आवला के पुत्र के नेतृत्व में फायरिंग करने की भी निंदा की। उन्होने कहा कि गोली लगने से तीन अकाली कार्यकर्ता जख्मी हुए हैं।
डाॅ. चीमा ने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि इन हालातों में आजाद तथा निष्पक्ष नगर निगम चुनाव संभव नही है। उन्होने कहा कि राज्य चुनाव कमिशन भी इन कांग्रेसी गुंडा तत्वों को नकेल डालने में असफल रहा है। अकाली दल ने मांग की कि राज्य में अर्धसैनिक बल तैनात किया जाए तथा कहा कि पंजाब पुलिस से अपना कर्तव्य निभाने पर भरोसा नही किया जा सकता।
डाॅ. चीमा ने कहा कि फिरोजपुर के एस.एस.पी तथा अन्य पुलिस अधिकारी जो इस अपराध में शामिल हैं के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।