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पाकिस्तानी ऐजंसियों को सोशल मीडिया तथा अन्य तरीकों से भेजते थे खुफिया जानकारी, गुरदासपुर के दो आरोपियों के खिलाफ ओफिशियल सिक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज

पाकिस्तानी ऐजंसियों को सोशल मीडिया तथा अन्य तरीकों से भेजते थे खुफिया जानकारी, गुरदासपुर के दो आरोपियों के खिलाफ ओफिशियल सिक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज
  • PublishedJanuary 29, 2021

बदले में मिलती थी हवाला राशी तथा अन्य तरीकों से पैसे, आर्मी के लोग की भी शामिल होने की आशंका

गुरदासपुर, 29 जनवरी (मनन सैनी)। पाकिस्तानी ऐजंसियों को सोशल मीडिया तथा अन्य तरीकों के जरिए भारत की सुरक्षा संबंधी कई खुफिया जानकारियां और दस्तावेज पाकिस्तान की खुफिया ऐजंसियों को भेजने के चलते स्टेट स्पेशल आप्रेशन सैल (एसएसओसी) अमृतसर ने गुरदासपुर ​से संबंधित दो आरोपियों के खिलाफ शासकीय गोपनीयता अधिनियम (ओफिशियल सिक्रेट एक्ट) 1923 के तहत मामला दर्ज किया है। इसी केस में आर्मी के कुछ लोग भी है शामिल होने की आंशका है। जिस संबंधी आर्मी को जानकारी दे दी गई है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को थाना दोरांगला के गांव चौंतरा से एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए ले जाया गया है, जिसकी पुष्टी अभी नही हो पाई है।

यह मामला गुरदासपुर के त्रिमों रोड़ (प्रेम नगर) निवासी दलजीत सिंह पुत्र जतिंदर सिंह तथा थाना दोरांगला के गांव शाहपुर अफगाना के हरपाल सिंह पुत्र ​परमजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज ​किया गया है।

एकत्र की गई जानकारी के अनुसार एसएसओसी की टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि दलजीत सिंह तथा हरपाल सिंह तथा इनके साथ आर्मी तथा अन्य सिविल व्यक्तियों के पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसियों के अफसरों के साथ संबंध है। जिन्हे यह सोशल मीडिया तथा अन्य तरीकों के जरिए भारत की सुरक्षा से संबंधित कई खुफिया जानकारियां और दस्तावेज बार्डर पार भेज कर भारत की सुरक्षा, एकता तथा अखंडता को भंग करने के लिए इस्तेमाल कर सकते है। इसके बदले इन्हे हवाला तथा अन्य साधनों के जरिए पैसे भी मिल रहे है। मुखबिर ने बताया कि यह लोग आगे भी खुफिया जानकारी देने की फिराक में है। इस संबंधी एसएसओसी अमृतसर में शासकीय गोपनीयता अधिनियम (ओफिशियल सिक्रेट एक्ट) 1923 की धारा 3,4,5,9 तथा आईपीसी 120 बी मामला दर्ज कर लिया गया है।

वहीं गोप​नीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टीम ने दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तथा इसी के साथ आर्मी को भी सूचित कर दिया गया है। हालाकि इस संंबंधी अभी कोई आधिकारिक पुष्टी नही हो पाई है। एआईजी ओपिंदरजीत सिंह घुम्मन को बार बार संपर्क करने पर भी उन्होने फोन नही उठाया।

Written By
The Punjab Wire