मूलभूत सुविधाओं से वंचित है गुरदासपुर का इंडस्ट्रियल एरिया, शहरी फीडर से आती है सप्लाई
गुरदासपुर, 12 जनवरी (मनन सैनी)। 1971 में बने इंडस्ट्रियल एरिया गुरदासपुर में उद्योग चला रहे उद्योगपतियों में उम्मीद की किरण जागी है और उन्हे आशा है कि 1971 से उपेक्षा का शिकार रहा इंडस्ट्रियल एरिया में जल्द मूलभूत सुविधाएं मिल सकेगी। आशा की यह किरण उन्हे डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर मोहम्मद इश्फाक की ओर से इंडस्ट्रियल एरिया में की गई मीटिंग में जगी। जहां डीसी की ओर से सभी संबंधित अधिकारियों को भी बुलाया गया था। इस मौके पर डिप्टी कमिशनर की ओर से अफसरों को सख्त निर्देश देते हुए तत्काल कारवाई करने के लिए कहा और इसके लिए अधिकारियों को समयबद्ध भी किया।
इस संबंधी जानकारी देते हुए उद्योगपति हरजिंदर सिंह धंजल तथा परमिंदर सिंह धंजल का कहना था कि है कि डिप्टी कमिश्नर की मीटिंग से उन्हे काफी उम्मीदे जगी है। उन्होने बताया कि डिप्टी कमिश्नर के सख्त रुख से उन्हें अब उम्मीद है कि उनकी समस्याएं जरुर हल होगी। डीसी इंडस्ट्रियल एरिया के हालात देख काफी नाराज हुए तथा कई अफसरों को उनकी सख्ती झेलनी पड़ी। उन्होने बताया कि इंडस्ट्रियल फीडर की समस्याओ संबंधी बताया गया कि अभी तक इस एरिया को शहरी फीडर के साथ जोड़ा गया है। जिसके चलते यहां बिजली की हमेशा परेशानी रहती है। उन्हे निरविघन बिजली सप्लाई मिलेगी तभी वह सही ढंग से काम कर पाएगें। वहीं स्ट्रीट लाईटों की समस्या , सीवरेज प्रणाली ठप्प और सड़कों की हालत बेहद खस्ता है। जिस पर डीसी ने अधिकारियों को तुरंत 15 दिन के अंदर अंदर सारी समस्याओं को हल करने के निर्देश दिए। वहीं उन्होने पीएसपीएल को भी निरंतर बिजली सप्लाई देने के लिए कहते हुए हिदायते दी। वहीं रमेश महाजन (आर,के रिजेंसी) ने बताया कि उनकी और से सीवरेज, पानी की निकासी, कूड़े के डंपर आदि की समस्याएं डिप्टी कमिश्नर को बताई गई। जिसके चलते उन्होने तुरंत संबधित अधिकारियों को निर्देश दिए। महाजन ने कहा कि वह भी डीसी गुरदासपुर की इस मीटिंग से बेहद प्रभावित हुए है तथा उन्हे पूरी उम्मीद है कि इस एरिया का जल्द समाधान होगा।
वहीं इस संबंधी डिप्टी कमिश्नर इश्फाक ने बताया कि हम अगर चल रहे उद्योगपतियों को संतुष्ट नही कर सकते, उनकी समस्याएं हल नही करेगें तो यहां दूसरे उद्योग कैसे स्थापित होगें। उन्होने कहा कि गुरदासपुर में निवेशकों की कमी नही है। परन्तु उन्हे अच्छा, परेशानी मुक्त माहौल देने की जरुरत है। ताकि नए उद्योग स्थापित करने वालों को सरकारी दफतरों के चक्कर न काटने पड़े। जिस पर वह काम कर रहे है और सरकार भी इसके लिए बेहद संवेदनशील है।
डीसी ने बताया कि उनका लक्ष्य गुरदासपुर में कम से कम 100 करोड़ रुपए का निवेश करवाना है। जिले में चार बड़े प्रोजेक्टों को शुरु करने के प्रयास किए जा रहे है और 20 करोड़ रुपए के निवेश वाले 4 प्रोजेक्टों का प्रोपोजल जिला प्रशासन के पास पहुंच चुकी है। वहीं उन्होने उद्योगपतियों से अपील की कि वह समय की मांग के अनुसार अपने उघोगों का विस्तार करें, जिसके लिए पंजाब सरकार उनकी हर तरह से सहायता करेगी तथा वह अपनी कोई भी समस्या संबंधी उन्हे अवगत करवाए। इसी के साथ उन्होने नए स्वयं का उद्योग स्थापित करने वालों को भी आमंत्रित किया। डीसी ने बताया कि वह 15 दिन के बाद स्वयं जाकर दोबारा चेक करेगें ।