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नववर्ष के आगमन पर कश्मीर की वादियों से देशवासियों को अंतिम सैल्यूट कर कपिल ने निभाया सैन्य धर्म:कुंवर विक्की

नववर्ष के आगमन पर कश्मीर की वादियों से देशवासियों को अंतिम सैल्यूट कर कपिल ने निभाया सैन्य धर्म:कुंवर विक्की
  • PublishedJanuary 1, 2021

नम आंखों से गांववासियों ने किया अपने लाडले की शहादत को नमन

गुरदासपुर , 1 जनवरी । जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ सैक्टर में पाक प्रशिक्षित आतंकियों से लड़ते हुए शहादत का जाम पीने वाले सेना की 3 डोगरा रैजीमेंट के सिपाही कपिल देव शर्मा का 16वां श्रद्घांजलि समारोह प्रिंसीपल कमला देवी की अध्यक्षता में शहीद के नाम पर बने सरकारी मिडल स्मार्ट स्कूल पंडोरी बैंसा में आयोजित किया गया। जिसमें शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद की माता रामप्यारी, पिता जोधराज शर्मा, बहन कृष्णा देवी, पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिन्द्र सिंह के पिता सतपाल अत्री, शहीद सिपाही जतिन्द्र कुमार के पिता राजेश कुमार, स्कूल के वाइस प्रिंसीपल दर्शन कुमार आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्घांजलि अर्पित की।

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की ने कहा कि 16 वर्ष पहले जब सारा देश नए साल के जश्न में मग्न था तो इस गांव का 24 वर्षीय रणबांकुरा सिपाही कपिल देव शर्मा आतंकियों से लड़ते हुए अपना बलिदान देकर कश्मीर की वादियों से देशवासियों को अंतिम सैल्यूट कर अपना नाम शहीदों की श्रेणी में स्वर्ण अक्षरों में अंकित करवा अपनी कर्तव्य परायणता की अद्भुत मिसाल कायम करते हुए अपना सैन्य धर्म निभाकर देशवासियों को यह संदेश दे गया कि एक सैनिक के लिए राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोपरि होती है। उन्होंने कहा कि शहीदों के नाम पर बने स्कूलों का रुतबा एक मंदिर के सामान होता है तथा वो छात्र व अध्यापक भी खुशकिस्मत होते है,जिन्हें इस स्कूल में सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त होता है।       

अगर परिषद का सहारा न मिलता तो बेटा खोने के बाद वह भी जिंदा न रहते:सतपाल

शहीद कांस्टेबल मनिन्द्र सिंह के पिता सतपाल अत्री ने कहा कि पुलवामा हमले में अपना बेटा कुर्बान करने के बाद वह पूरी तरह से टूट चुके थे, अगर उस वक्त उन्हें शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद का सहारा न मिलता वह बेटे के गम में अब तक जिंदा न रहते। ऐसे शहीदी समारोह में आकर तथा अन्य शहीद परिवारों से मिलकर उन्हें अंदर से ताकत मिलती है। वाइस प्रिंसीपल दर्शन कुमार ने आए मेहमानों का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि वह एक शहीद के नाम पर बने स्कूल में सेवाएं दे रहे हैं तथा उनके स्टाफ की मेहनत से गत वर्ष यह स्कूल हर क्षेत्र में जिले में प्रथम आया है तथा पंजाब सरकार द्वारा इस स्कूल को सम्मानित भी किया गया है। इस अवसर पर मुख्यातिथि द्वारा शहीद परिवार को स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया। इस मौके पर सूबेदार बंसी लाल, हवलदार तरसेम लाल, हवलदार कुलदीप कुमार, मास्टर राजवंत सिंह, मैडम रिचा, सुखजीत व दलजीत, राहुल कुमार, नरेश कुमार, शीतू देवी आदि उपस्थित थे। 

Written By
The Punjab Wire