राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा का ब्यान अज्ञानता का नतीजा- तारिक अहमद
सांसद राकेश सिन्हा के ब्यान की कड़े शब्दों में निंदा कर ब्यान वापिस लेने की मांग
गुरदासपुर। राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा की ओर से अहमदिया जमाअत का आंतकवाद से गहरा संबंध बताए जाने वाले ब्यान की जमात ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दिया गया ब्यान वापिस लेने की मांग की है। जमात के भारत प्रवक्ता तारिक अहमद ने कहा कि राज्यसभा सदस्य का यह ब्यान उनके साथ एक बड़ा अन्याय है, जुल्म है और सांसद की अज्ञानता का नतीजा है। गौर रहे कि राकेश सिन्हा ने एक टीवी चैनल पर एक कार्यक्रम में कहा कि जमाअत अहमदिया का आतंकवाद से गहरा संबंध है और वह भारत के दुशमन हैं जो सच्चाई और वास्तविक्ता के विपरीत है।
के तारिक अहमद ने कहा कि जमाअत अहमदिया का इतिहास इस बात का साक्षी है कि जमाअत का देश विरोधी किसी भी गतिविधीयों से दूर का भी संबंध नही है। जमाअत अहमदिया की स्थापना 1889 में कादियां में रखी गई थी इस्लाम की शिक्षाओं अनुसार जमाअत अहमदिया शंतमय जमाअत है जो सभी धर्मो का आदर सम्मान करती है सभी से प्रेम, सहानुभति रखने और मानवता की सेवा को बढावा देती है। शांतमय शिक्षाओं की बदौलत आज अहमदिया जमाअत संसार के 213 देशों में स्थापित हो चुकी है।
जमाअत अहमदिया का हर मैंबर भारत का वफादार सुझवान और इज्जत वाला शहरी है जो देश प्रेम को अपनी आस्था समझता है। वह देश की सेवा के लिये हमेश समर्तित है चाहे देश में कुदर्ती आपदाए आ जाएँ, गरीबों की सेवा हो, बिमार की तिमारदारी हो कभी पीछ नही रही । अहमदिया जमाअत भारतवर्ष में पीस सम्पोजियम के माध्यम से भी लोगो को अमन शांति देश प्रेम की स्थापना के लिये लोगों को जागरूक करती आ रही है। जमाअत अहमदिया का माटो प्रेम सबसे घ्रिणा किसी से नही है। जमाअत का 130 वषीर्य इतिहास इस बात का साक्षी है कि पूरे विश्व में अमन की स्थापना के लिये काम करने वाली यही एक जमाअत है ।