कुंडली बार्डर पर धरने में शामिल एक संत किसान ने खुद को गोली मार ली है। उनके साथी किसान उन्हें लेकर तुरंत पानीपत के पार्क अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। किसान की पहचान करनाल के निसिंग कस्बे के गांव सिंगरा निवासी के संत बाबा राम सिंह के रूप में हुई है। बाबा राम सिंह वहां गुरुद्वारा नानकसर में ग्रंथी थे। वे धरने में शामिल होने के लिए करनाल से लगातार आते-जाते रहते थे। चार-पांच दिन पहले भी वे धरने में शामिल होने के लिए आए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बुधवार को भी वे धरनास्थल पर पहुंचे और मंच के पीछे रोड के दूसरी ओर जाकर खुद को गोली मार ली। बताया जाता है कि गोली उन्होंने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से मारी है। वहां मौजूद उनके जानकारों ने तुरंत उन्हें लेकर जीटी रोड से होते हुए पानीपत के पार्क अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जानकार उनके शव को लेकर करनाल पहुंच गए, जहां पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने का प्रयास कर रही है। पता चला है कि वह किसान आंदोलन को लेकर काफी परेशान चल रहे थे।