गुरदासपुर, 4 दिसंबर। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में नौकरी दिलाने का झांसा देकर पांच लाख रुपए ऐंठने के आरोप में थाना सिटी की पुलिस ने एक दंपत्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फिलहाल अभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। शिकायतकर्ता की ओर से एसपी को दी गई शिकायत के बाद डीएसपी नारकोटेक्स तथा स्पेशल क्राइम गुरदासपुर की ओर से जांच के उपरांत दर्ज किया गया है। जिसमें धोखाधड़ी समेत धमकाने के आरोपों के तहत मामला दर्ज हुआ है।
अपनी शिकायत में धर्मपाल पुत्र राम रत्न निवासी भैणी काणे (पुराना शाला) ने बताया कि उसकी गांव गुन्नोपुर में सब्जी की दुकान है तथा वहीं आरोपी प्रदीप कुमार पुत्र नरेश कुमार निवासी रजिंदरा गार्डन गुरदासपुर के पिता की भी दुकान है। उन्होने आरोपी के पिता को बताया कि वह अपने बच्चों को नौकरी पर रखवाना चाहता है। उसने बताया कि उसका बेटा काफी उंची पहुंच वाला है तथा सरकारी दरबार में उसकी उंची पहचान है। उसने आरोपी से अपने बच्चों रणदीप कुमार व संजीव कुमार को नौकरी पर लगाने की बात की तो आरोपी उसके बेटो को वहां पर नौकरी दिला सकता है। लेकिन आरोपी ने उसके बेटो को नौकरी पर लगाने के एवज में पांच लाख रुपए की मांग की। बच्चों के भविष्य को देखते हुए वो आरोपी के झांसे में आ गया।
उसने बताया कि कुछ दिनों के बाद आरोपी ने उसे फोन किया कि वह डेकूमेंट्स व दो लाख रुपए लेकर उसके घर में आ जाए। जिसके बाद वो अपने एक अन्य साथी के साथ पैसे लेकर आरोपी के घर पहुंचा। जहां पर आरोपी की पत्नी नीति पठानिया भी मौजूद थी। उसने बताया कि आरोपी ने उसे ऐसा झांसा दिया कि उसने साथ में लेकर आए दो लाख रुपए दे दिए और शेष पैसे कुछ दिनों में देने की बात तय हुई। इसके बाद आरोपी दो बार उसके घर में आकर डेढ़-डेढ़ लाख रुपए लेकर चला गया। कुछ दिन बीतने के बाद जब भी आरोपी को बेटों को नौकरी दिलाने की बात करता तो आरोपी उसे टाल देता। जिस कारण उसने ठगी होने का संदेह हुआ तो वह आरोपी के घर चला गया और उससे पैसे वापिस देने के लिए कहने लगा। मगर आरोपी उसे पैसे लौटाने की बजाए उसे धमकियां देनी शुरु कर दी। जिससे परेशान होकर उसने पुलिस को सहारा लिया।
उधर मामले संबंधी एएसआई अजय राजन ने कहा कि दो वर्ष के बाद एंटी नारकोटिक व स्पेशल क्राइम गुरदासपुर के डीएसपी की जांच पड़ताल के बाद पीडि़त व्यक्ति के ब्यानों के आधार पर आरोपित पति-पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरु कर दी गई है।