गुरदासपुर, 15 अक्तूबर (मनन सैनी)। थाना सिटी की पुलिस ने पंजाब पुलिस में वी.आई.पी कोटे में भर्ती करवाने के नाम पर साढ़े नौ लाख रुपए की ठगी मारने के आरोप में तीन के खिलाफ मामा दर्ज किया है। आरोपियों ने खुद को डीजीपी पंजाब दिनकर गुप्ताका पहचान वाला बताया तथा डीजीपी के नाम पर पैसे ठगें। एसएसपी को दी गई शिकायत के बाद यह मामला एसपी (डी) की ओर से जांच के उपरांत दर्ज किया गया है। शातिरों ने ठगी का पूरा प्लान बना कर फौज से रिटायर फौजी को अपनी ठगी का शिकार बनाया।
शिकायत कर्ता हरभजन सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी शमशेरपुर ने बताया कि वह आर्मी से रिटायर हुआ था तथा उसकी बेटी गुरलीन कौर शिवालिक पब्लिक स्कूल में पढ़ती थी। जहां आरोपी कमलदीप सिंह उर्फ लाड़ी पुत्र मोहन सिंह की लड़की टविंकल भी उसके साथ पढ़ती थी। इस दौरान टविंकल ने गुरलीन को बताया कि उसके पिता की डीजीपी पंजाब के साथ काफी वाकफियत है तथा वह वीआपी कोटे में उसके पिता को बतौर सिपाही पुलिस में भर्ती करवा सकते है। वह अपनी बेटी को साथ लेकर कमलदीप सिंह के घर गए तथा उसने हमसे 14 लाख रुपए की मांग की तथा मामला 10 लाख में तय हुआ। इस तरह किशतों में रकमें दी गई। बाद में आरोपी ने उन्हे फोन पर बैल्ट नंबर 269 तथा कोड़ नंबर 336549 दिखाए तथा कहा कि डीजीपी ने आर्डर कर दिए है तथा शेष पैसे लाने के लिए कहा। जिस पर कुल 9.50 लाख रुपए की रकम उक्त आरोपी को दी गई। परन्तु बाद में न तो पैसे वापिस किए और न ही नौकरी लगवाई। पूछने पर कहा कि वह डीजीपी से मिल कर पैसे वापिस करवा देगा तथा बहाने मारने लगा। परन्तु बाद में उक्त आरोपी उसके साथ पैसे मांगने पर गाली गौलच करने लगा।
जांच अधिकारी ने इस संबंधी आरोपी कमलदीप सिंह, उसकी पत्नी हरप्रीत कौर एवं उसकी बेटी टविंकल सभी निवासी बंदा बहादुर कलोनी गुरदासपुर के खिलाफ धोखा धड़ी का मामला दर्ज किया है। हालाकि आरोपी की गिरफ्तारी नही हई है।