CORONA ਗੁਰਦਾਸਪੁਰ ਪੰਜਾਬ

गुरदासपुर जिले को पिछड़ा जिला कहना सही नही, जिले के नौजवानों ने खेल, शिक्षा, विज्ञान इत्यादि में बड़ी ख्याति हासिल की-डीसी मोहम्मद इश्फाक

गुरदासपुर जिले को पिछड़ा जिला कहना सही नही, जिले के नौजवानों ने  खेल, शिक्षा, विज्ञान इत्यादि में बड़ी ख्याति हासिल की-डीसी मोहम्मद इश्फाक
  • PublishedOctober 11, 2020

एचीवर्स प्रोग्राम-स्टोरीज ऑफ दि चैंपियन ऑफ गुरदासपुर का 12वां सैशन संपन्न

गुरदासपुर, 11 अक्तूबर (मनन सैनी)। एचीवर्ज प्रोग्राम-स्टोरीज ऑफ दि चैंपियन ऑफ गुरदासपुर के 12वें संस्करण में जिला गुरदासपुर से संबंधित साइंस वैज्ञानिक, इंटरनेशनल कबड्‌डी खिलाड़ी और मेधावी छात्रा ने अपनी सफलताओं का अनुभव लाइव साझा किया। कार्यक्रम में हलका विधायक कादियां फतेहजंग सिंह बाजवा मुख्यातिथि के रुप में ऑनलाइन रहे। लाइव कार्यक्रम में सबसे पहले अचीवर दीनानगर के रहने वाले वैज्ञानी मनु थांदरा ने बताया कि उन्होंने प्राथमिक शिक्षा दीनानगर स्कूल से हासिल की। जालंधर से प्री-इंजीनयरिंग की। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर से फिजिक्स में पोस्ट ग्रेजुएट पास की। उनको भारत सरकार के विभाग ऑटोमेटिक एनर्जी में फिजिक्स प्रभारी के रुप में रेडिएशन मीयरमेंट और रेडियोमैट्रिक तकनीक क्षेत्र में 30 साल का अनुभव है। इसके अलावा भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में यूरेनियम एक्सप्लोरेशन सिक्योरिटी की टीम में बतौर मेंबर भी सेवाएं निभाईं। इसके अलावा उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंसों में हिस्सा लिया। बहुत से एम.टैक विद्यार्थियों को रेडिएशन मीयरमेंट फील्ड में गाइड किया। नॉर्थ-ईस्ट, नॉर्थन और वेस्टर्न इंडिया में सेवाएं निभाईं। जबकि अब नागपुर में सेवाएं निभा रहा है।

उन्होंने कहा कि उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंसों में हिस्सा लिया, लेकिन अपने जिलावासियों से रुबरु होना उनकी जिंदगी का अहम पल है। वह खुद को खुशकिस्मत समझता है कि जहां वह जन्मा वहां के अपने लोगों से बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि गुरदासपुर के लोगों ने हर क्षेत्र में अपना नाम कमाया है और उन्हें गर्व है कि वह गुरदासपुर की धरती में जन्में हैं। उन्होंने ऑनलाइन विद्यार्थियों को अपना संदेश दिया कि शुरुआत में ही मेहनत का दामन पकड़ लें ताकि आगे आकर कोई मुश्किल ना आए। हरेक विषय पर अधिक से अधिक डिस्कस करें। हरेक विभाग द्वारा अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी गई है और युवा पीढ़ी इससे बहुत कुछ सिख सकते हैं।

उधर, दूसरे एचीवर गांव भोलेक (बटाला) निवासी अंतर्राष्ट्रीय कबड्‌डी खिलाड़ी अमृतपाल सिंह ने बताया कि उसने 10वीं और 12वीं कक्षा गांव के स्कूल से पास की और कबड्‌डी खेलनी शुरु की। साल 2003 में मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय खेलों में भाग लिया। 2004 में छत्तीसगढ़ में नेशनल खेलों में भाग लिया और पहला स्थान हासिल किया। 2005 में इंग्लैंड व पाकिस्तान, 2006 में शारजहां व इंग्लैंड, 2007 में कनाडा, अमरीका व शारजहां, 2008 व 2009 में कनाडा, इंग्लैंड और शारजहां में हुई खेलों में भाग लिया। साल 2008 में पंजाब पुलिस में भर्ती हुआ। खिलाड़ी ने बताया कि उसके पिता ने बहुत मेहनत कर उसको अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बनने में योगदान डाला है और आज भी उसकी मेहनत जारी है। खिलाड़ी ने बताया कि उसको नौकरी संबंधी बहुत मुश्किल है, जिसको सुनने उपरांत विधायक बाजवा ने खिलाड़ी से मिलकर उसकी हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया।

तीसरी एचीवर गोल्डन कॉलोनी की रहने वाली मेधावी छाज्ञा उपासना नेगी ने बताया कि उसने 10वीं कक्षा आदर्श पब्लिक स्कूल गुरदासपुर से 83 फीसदी अंकों के साथ पास की। जबकि 12वीं कक्षा सरकारी कन्या सीसे स्कूल गुरदासपुर से 98% अंक लेकर पास की। उसने कहा कि वह अपनी उच्च शिक्षा जारी रखेगी और आईएएस बनेगी। अपने टिप्स साझा करते हुए छात्रा ने बताया कि सुबह जल्दी उठकर पढ़ना चाहिए और जो भी पढ़े उसे लिखें जरुर। कई बार विद्यार्थियों को लगातार बैठकर पढ़ने मुश्किल पेश आती है भाव एकाग्रता नहीं बनती, लेकिन 21 दिन के बाद बैठने की एकाग्रता बन जाती है। पहले आधा घंटा पढ़ो और धीरे-धीरे पढ़ने का समय बढ़ाते जाएं। वह पढ़ाई के साथ-साथ बास्केटबॉल भी खेलती है।

अंत में डीसी मोहम्मद इश्फाक ने जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा विद्यार्थी और खिलाड़ी को 5100-5100 रुपए देने का ऐलान किया। कार्यक्रम में एसएसपी डॉ. रजिंदर सिंह सोहल, एसएस बोर्ड मेंबर भुपिंदर सिंह, डीईओ (स) हरदीप सिंह, डीईओ (प्र) सुरजीत पाल, जिला रेडक्रॉस सचिव राजीव ठाकुर के अलावा विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी ऑनलाइन रहे।

Written By
The Punjab Wire