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गांधी जी के महान मानवीय मुल्यों के हो रहा क्षरण को दोबारा बहाल करने की जरुरत- रमन बहल

गांधी जी के महान मानवीय मुल्यों के हो रहा क्षरण को दोबारा बहाल करने की जरुरत- रमन बहल
  • PublishedOctober 2, 2020

शास्त्री जी के जय जवान जय किसान नारे के चलते पंजाब ने भारत ही नही अन्य देशों की भी जरुरत पूरी की  

खत्री भवन में स्व. महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिवस श्रदा भाव से मनाया 

गुरदासपुर, 2 अक्तूबर (मनन सैनी) । जिन महान मानवीय मुल्यों के लिए महात्मा गांधी ने देश की आजादी के लिए संघर्ष शुरु कर कामयाबी हासिल की, आज उन मुल्यों का क्षरण हो रहा है। जिसे दोबारा बहाल करने की जरुरत है। गांधी जी ने हमे अंहिसा व शांति का संदेश दिया है जिस पर सभी को चलना चाहिए। उक्त विचार एसएसएस बोर्ड के चेयरमैन रमन बहल ने स्थानीय खत्री भवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। 

खत्री भवन में कांग्रेसी नेताओं व वर्करों की ओर से जन्मदिवस बेहद श्रदा से मनाया। जिसमें बतौर मुख्य मेहमान एसएसएस बोर्ड पंजाब के चेयरमैन रमन बहल शामिल हुए थे। बहल ने दोनों महान ​शख्सियतों के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। 

रमन बहल ने कहा कि आज का दिन बहुत ही महान है। इस दिन भारत के दो महान सपूतों का जन्मदिवस है। जिन्होंने महान क्रांतिकारी कार्य किए। गांधी जी ने समूह भारत वासियों को बराबर के हक देने और छूतछात को खत्म करके देश की उन्नति के लिए सबको बराबर समझा। परन्तु आज उनका हनन हो रहा है जिस पर विचार करना बेहद जरुरी है। गांधी जी के महान विचारों को दोबारा मानयता मिलनी चाहिए तभी हम तरक्की कर विकसित देशों के बराबर संसार में खड़े हो सकते है। 

लाल बहादर शास्त्री जी को याद करते हए बहल ने कहा कि शास्त्री जी ने भारत के प्रधानमंत्री का उस समय पद संभाला, जब भारत में अन्न की कमी थी और भारत वासियों का पेट भरने के लिए अमेरिका व डेनमार्क जैसे देशों पर निर्भर होना पड़ता था। उन्होंने देश में अन्न की कमी को दूर करने और आत्म निर्भर होने के लिए जय जवान, जय किसान का नारा दिया। पूरे दश अन्न उत्पाद करने में जुट गया। जिसमें पंजाब प्रांत देश का अग्रिम राज्य बना। यहां के किसान ने कड़ी मेहनत करके भारत वासियों का ही नहीं, बल्कि अन्य जरुरतमंद देशों की भी मदद करने के योज्य हो गया। 1962 में चीन से मिली सशक्कत के बाद 1965 तक देश की रक्षा में भी आत्म निर्भर हो गया। 1965 की हिंद-पाक जंग में पाकिस्तान को करारी हार दी। उन्होने कहा कि भारत की दोनो महान शख्सियतों की को नमन करते है जिनकी प्रेरणा के चलते भारत महान कहलाने के काबिल हुआ। 

इस मौके पर नरिंदर कोहली, दर्शन कनोत्रा, ललित मोहन, केशव बहल, हितेश महाजन, मदन लाल जोशी, रघबीर सिंह, अखिल महाजन, कमल शर्मा, रणजीत सिंह, धर्मपाल, सुरजीत सिंह, ओकंार सिंह, ओंकार नाथ,सेेवा सिंह, विकास महाजन, कमलजीतसिहं, पलकीयत सिंह, अजीत सिंह, सविंदर सिंह, ओंकार सिंह नागी, हरभिंदर सिंह, संदीप सिंह लाली, राजीव डिंपी, दयाल सिंह, गुरमीत सिंह, सतनाम सिंह, रोशन लाल, विजय कुमार, धीरज कुमार,रमेश कुमारी, बंटी सरावां आदि उपस्थित थे।

Written By
The Punjab Wire