किसानों का कहना दूसरों का पेट भरने वालों के पेट पर मोदी सरकार ने मारी लात, किसान विरोधी साबित हुई मोदी सरकार
अकाली दल को छोड़, सभी पार्टियों ने बतौर किसान एक फ्रंट किया सांझा, काग्रेंस ने अकाली दल को तो अकाली दल ने काग्रेंस पर साधा निशान
मनन सैनी
गुरदासपुर, 25 सितंबर। केंद्र सरकार के कृषि विधेयक के खिलाफ किसानों की ओर से दी गई बंद की काल पूरी तरह सफल रही। बंद के दौरान विभिन्न राजनितिक पार्टियों के लोग बतौर किसान, विभिन्न संगठन एक मंच पर एकत्र हुए ।वहीं अकाली दल की ओर से अलग रणनिति तैयार कर बाईपास पर अलग जगह चक्का जाम कर रोष जताया गया। दुकानदारों ने भी बंद का पूरी तरह सर्मथन करते हुए पूरा दिन दुकानें बंद रखी। इस बंद के दौरान सबसे अधिक जोश युवाओं में दिखा और उन्होने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। एक तरफ जहां युवाओं में केंद्र सरकार के खिलाफ जहां आक्रोष की लहर थी वहीं गुरदासपुर के सांसद एवं अभिनेता सनी देओल को लेकर काफी गुस्सा तथा निराशा थी।
शुक्रवार सुबह 10 बजे विभिन्न किसान संगठन गुरु नानक पार्क में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। जिसमें आम आदमी पार्टी के वर्कर भी आप नेता सूबेदार कुलवंत सिंह के नेतृत्व में किसानों के संघर्ष में शामिल हुए। गुरु नानक पार्क से किसानों ने रोष मार्च शुरू किया जो पूरे शहर का परिक्रमा करने के बाद परशुराम चौक में किसानों ने चक्का जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना लगा दिया। इसी संघर्ष में काग्रेंसी विधायक बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा के पिता गुरमीत सिंह पाहड़ा एवं यूथ काग्रेंसी नेता बलजीत सिंह व केपी सिंह पाहड़ा की ओर से भी वर्करों सहित बतौर किसान शहर में मोटरसाईकल रैली निकालते हुए इस प्रर्दशन में शिरकत करते हुए किसानों को सर्मथक दिया गया। वहीं विभिन्न संगठनों की ओर से भी किसानों के हक में आवाज बुलंद की गई।
कृषि बिल पास करके किसानों के अधिकारी पर डाला डाका- सतबीर सिंह सुलतानी
परशुराम चौक में किसान नेता सतबीर सिंह सुल्तानी ने दूसरों का पेट भरने वाले किसानों के पेट पर मोदी सरकार की ओर से कृषि बिल पास कर लात मारी गई है। किसानों को प्राईवेट कंपनियों के हाथों सौंप कर किसानों से उनकी सारी पावर छीन कर उनके अधिकारों पर डाका मारा गया है। मोदी सरकार किसान विरोधी सरकार साबित हुई है। उन्होंने कहा कि किसान अपना हक लेने के लिए हर संभव प्रयास करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद रखेंगे। किसान जो देश का अन्नदाता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसे सड़कों पर लाकर रख दिया है। किसान पहले से ही कर्जे और मौसमी मार से फसलें बर्बाद होने के कारण आत्महत्या करने को मजबूर हो चुका है। वहीं केंद्र सरकार के इस कृषि बेल ने किसानों के लिए मौत का वारंट जारी कर दिया है। केंद्र सरकार ने कृषि बिल पास करके किसानों को दबाने का प्रयास किया है। लेकिन किसान इतनी जल्दी डरने वालों में से नहीं है।किसान अपने हकों के लिए लड़ेंगे और तब तक लड़ते रहेंगे जब तक उन्हें अपना हक मिल नहीं जाता।
देश को बेच रहे है प्रधानमंत्री- सूबेदार कुलवंत सिंह
आम आदमी पार्टी के नेता सूबेदार कुलवंत सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हमेशा ही किसानों और देश विरोधी रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के सभी कारोबार और सरकारी काम प्राइवेट कंपनियों के हाथों में सौंप दिए हैं। नरेंद्र मोदी द्वारा देश को बेचा जा रहा है। यदि अब भी देश के लोगों की आंखें नहीं खुली तो आने वाले दिनों में बहुत भयानक दिन देखने पड़ेंगे।
किसानों के हक के लिए हर फ्रंट पर लड़ेगी कांग्रेस, अकाली दल ने संघर्ष को किया कमजोर करने का प्रयास-केपी पाहड़ा
यूथ काग्रेंसी नेता केपी सिंह पाहड़ा ने कहा कि वह किसानों के हक के लिए हर फ्रंट पर जाकर किसानों के साथ कंधे से कंधा मिला कर लड़ेगी। किसानों के हितों के लिए कैप्टन अमरेन्द्र का स्टैड़ बेहद स्पष्ट है। वहीं उन्होने कहा कि अकाली दल की ओर से अलग रैली निकाल कर किसानों के संघर्ष को कमजोर करने का प्रयास किया गया। जबकि परदे की पीछे आज भी अकाली दल तथा भाजपा एक ही धागे में पिरोए हुए है। उन्होने कहा कि अकाली दल का चेहरा लोगो के सामने आ गया है, जिसे अब लोगो को बताने की भी जरुरत नही है। पाहड़ा ने कहा कि किसान उनकी जहां भी ड्यूटी लगाएगें वह उसमें एकजुट होकर किसानों के साथ चलेगें। उन्होने दुकानदारों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होने किसानों को सर्मथन देते हुए सारा दिन बाजार बंद रखें।
भाजपा के साथ गठबंधन होने के बावजूद किसानों के हकों के लिए चट्टान की तरह खड़ा अकाली दल- बब्बेहाली
अकाली दल बादल की ओर से अकाली जिला प्रधान गुरबचन सिंह बबेहाली के नेतृत्व में बबरी बाईपास में चक्का जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ अलग रोष प्रदर्शन किया गया। इससे पहले अकालियों द्वारा ट्रैक्टरों पर शहर में रोष मार्च भी निकाला गया। अकालियों का धरना तकरीबन 2 घंटे चला। इस मौके पर बब्बेहाली ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कृषि ऑर्डिनेंस बिल पास कर के किसानों को दबाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि भले ही अकाली दल का भाजपा के साथ गठबंधन है, फिर भी वह किसानों के विरुद्ध इस बिल के पास होने के बाद वह किसानों के पक्ष में उतरे हैं। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल द्वारा केंद्र की कैबिनेट से इस्तीफा देकर इस बात का सबूत दिया है कि वह अपने पद को नहीं किसानों को प्राथमिकता देती हैं। अकाली प्रधान सुखबीर सिंह बादल भी केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बिल के खिलाफ अपना ढोंग रच रही है तथा किसानों के सामने रोष व्यक्त कर षड्यंत्र बना रहे कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही किसान विरोधी रही है। उन्होंने कहा कि वह तब तक किसानों के पक्ष में संघर्ष करते रहेंगे । जब तक इस बिल को रद्द नहीं कर दिया जाता।
युवाओं के सिर से उतरा सांसद सनी देओल का जादू, सनी को बताया महज कागजी शेर
इस प्रर्दशन में मुख्य आक्रषण रहे युवाओं के सिर पर से सांसद सनी देओल का जादू पूरी तरह उतरा देखने को मिला। युवाओं का कहना था कि सनी देओल को देखते हुए कमल का फूल उनकी सबसे बड़ी भूल साबित हुआ। शिंदर सिंह, रविइंद्र सिंह, रंजीत सिंह आदि ने बताया कि सनी देओल का अक्स उनके दिमाग में एक शेर की भांति फिल्मों के जरिए बना था। परन्तु वह शेर कागज का निकला जिसका उन्हे सबसे ज्यादा दुख है। उन्होने कहा कि किसान होने के चलते तथा गुरदासपुर की जनता का नुमाईंदा होने के चलते सनी देओल को किसानों का साथ देना चाहिए था। परन्त वह अपने आका के हक में भुगत गए। इसका उन्हे सबसे ज्यादा दुख है।
वहीं पुलिस की ओर से भी शहर में विशेश चौकसी की गई तथा भारी फोर्स तैनात की गई।