गुरदासपुर, 23 सितंबर (मनन सैनी)। जिले में कोरोना से 9 और लोगों की मौत हो गई है। मरने वाले मरीजों में ज्यादा तर ऐसे मरीज थे जिन्होने अपने टैस्ट नही करवाए तथा आरएमपी, कैमिस्ट इत्यादि से दवाएं लेकर अपना समय निकालते रहे। हालत बेहद खराब होने पर वह सीधे अमृतसर के जीएमसी अस्पताल पहुंचा। जहां उनका आक्सीजन लेवल 40 के करीब पाया गया और टैस्ट में देरी के चलते उन्हे बचाने में देरी हो गई। उक्त साथ ही कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या 122 पर पहुंच गई है।
वहीं बुधवार को डेरा बाबा नानक के एक उच्च अधिकारी व स्वस्थ्य अधिकारी के उच्च अधिकारी के इलावा स्वास्थ्य विभाग के आठ सेहत कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं जिला प्रशासन ने डेरा बाबा नानक की तहसील को 27 सितंबर तक सील कर दिया है। आज जिले में 150 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है।
मरने वालों में तीन लोगों की मौत गत देर रात को हुई जबकि छह की मौत बुधवार को हुई। मरने वालों में गांधीनगर बटाला के 45 साल पुरुष, नागपुर(भुल्लर) ब्लाक में 32 साल की महिला, ध्यानपुर में 66 साल की महिला, कलानौर में 60 साल की महिला, शक्ति नगर मोहल्ला गुरदासपुर का 55 वर्षीय पुरुष, नौशहरा मज्जा सिंह का 60 साल की महिला की मौत हुई है। देर रात मरने वालों में कलानौर के नवां कटड़ा मोहल्ला निवासी एक महिला तथा दो अन्य थे।
नोडल अधिकारी डा प्रभजिंदर कलसी ने कहा कि लोगों को अपने टैस्ट करवाने चाहिए ताकि बिमारी का जल्द पता लग सके तथा मौत का आंकड़ा न बढ़े। उन्होने कहा कि टैस्ट करवाने से ही कोरोना में मौत दर को कम किया जा सकता है। लोग घरों में ही दवाएं आरएमपी डाक्टर या कैमिस्टों से लेकर खा रहे है और हालत बिगड़ने पर स्वस्थ्य इतना खराब हो जाता है कि उन्हे बचाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए लोगो को टीमों का सहयोग करते हुए अपने फ्री किए जा रहे टैस्ट करवाने चाहिए।