अकाली दल द्वारा पंजाब टेट-2018 के परीक्षा-केंद्र दूर-दराज स्थानों पर बनाने की निंदा
चंडीगढ़/18दिसंबरः शिरोमणी अकाली दल ने पंजाब टेट-2018 परीक्षा के परीक्षा केंद्र विद्यार्थियों के घरों से 300 से लेकर 500 किलोमीटर दूर बनाने के लिए आज शिक्षा विभाग पंजाब की सख्त निंदा की है तथा मांग की है कि विद्यार्थियों, जिनमें ज्यादातर संख्या छात्राओं की है, को यह बिना बात की परेशानी से बचाने के लिए परीक्षा केंद्र उनके जिलों में तबदील किए जाएं।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव सरदार चरनजीत सिंह बराड़ ने कहा कि शिक्षा विभाग ने पंजाब- टेट 2018 की परीक्षा जोकि 22 दिसंबर 2019 को होनी है, के परीक्षा केंद्र दूर-दराज के जिलों में बनाकर छात्राओं के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। उन्होने बताया कि मानसा जिले की छात्राओं के परीक्षा केंद्र फगवाड़ा, जालंधर, पठानकोट तथा लुधियाना जैसे शहरों में बनाना किसी भी ढ़ंग से ठीक नही ठहराया जा सकता। उन्होने कहा कि इस कोहरे भरे मौसम में 300 से 500 किलोमीटर का सफर करके विद्यार्थी सवेरे 9.30 बजे तक परीक्षा केंद्र कैसे पहुंच सकते हैं?
शिक्षा विभाग के इस लापरवाही भरे फैसले की सख्त निंदा करते हुए अकाली नेता ने कहा कि ‘टेट’ की इस परीक्षा के लिए ज्यादातर लड़कियों ने आवेदन किया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पता होना चाहिए कि 300 से 500 किलोमीटर का सफर करके पेपर देने पहुंची लड़कियों को घर वापसी समय में काफी अंधेरा हो जाएगा।रात के समय बस सर्विस भी ज्यादा ने होने के कारण लड़कियों की सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा हो सकता है। उन्होने कहा कि यदि कोई अनहोनी घटना हो गई तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? उन्होने कहा कि इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग को तत्काल सभी विद्यार्थियों के परीक्षा कें्रद उनके ही पैतृक जिलों में तबदील किए जाने चाहिए।
सरदार बराड़ ने शिक्षा विभाग के उस अधिकारी को भी सख्त फटकार लगाने का भी आग्रह किया है जिसने ऐसी गैरजिम्मेदार हरकत करके न सिर्फ परीक्षा से पहले विद्यार्थियों की मानसिक परेशानी बढ़ाई है, बल्कि छात्राओं की सुरक्षा को भी खतरे में डाला है। उन्होने कहा कि छात्राओं के प्रति ऐसी संवेदनहीनता शिक्षा विभाग की ‘चिराग तले अंधेरा’ वाली मानसिकता को बयान करती है।