गुरदासपुर, 11 सितंबर (मनन सैनी)। गिरफ्तारी देने के लिए किसानों का एक दल गिरफ्तारी केंद्रीय जेल गुरदासपुर में पहुंचा तथा रोष प्रर्दशन किया। संघर्ष कर रहे किसान संघर्ष कमेटी की ओर से गुरप्रीत सिंह, रणबीर सिंह डुगगरी, गुरप्रताप सिंह, कुलबीर सिंह काहलों के नेतृत्व में केंद्रीय जेल के बाहर धरना दिया गया।
धरने को संबोधित करते हुए संगठन के प्रांतीय नेता सविंदर सिंह, रछपाल सिंह, सोहन सिंह, हरविंदर सिंह ने कहा कि खेती आर्डिनेंस के खिलाफ निरंतर चार दिन से जेल भरो मोर्चा डीसी कार्यालय के समक्ष चल रहा था। किसान रोजाना ही गिरफ्तारियों के लिए अपने जत्थे पेश करते थे। मगर केंद्र की मोदी सरकार व पंजाब की कैप्टन सरकार किसानों को गिरफ्तार करने से हाथ खड़े कर दिए है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार के पास जेलों में रखने की जगह नहीं है तो किसान मजदूरों के लिए अस्थायी जेल तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि आज गिरफ्तारियों के लिए जेल के समक्ष डेरे लगाए गए है। उन्होंने कहा कि किसानों को या तो जेल में बंद किया जाए या फिर आर्डिनेंस रद्द किए जाएं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि खेती मंडी तोडऩे वाले आर्डिनेंस व बिजली संशोधन बिल 2020 रद्द किया जाए, गन्ने की बकाया 681करोड़ रुपए राशि समेत व्याज किसानों के खातों में जारी की जाए।
मिलों की गन्ना पीडऩे की समर्था को बढ़ाया जाए, गरीबों को पांच-पांच मरले के प्लाट व वादे अनुसार 51 हजार, शगुन स्कीम व दो हजार रुपए बुढ़ापा पेंशन तुरंत जारी की जाए। पिछले संघर्ष के दौरान किसानों पर डाले गए झूठे केस रद्द किए जाए और गरीबों के घरेलू बिल बकाए खत्म करके एक रुपए यूनिट बिजली सभी लोगों को मुहैया करवाई जाए। इस मौके पर गुरविंदर सिंह बाजवा, बख्शीश सिंह सुलतानी, सुखदेव सिंह, गुरविंदर सिंह, बलदेव सिंह, परमजीत सिंह, कुलजिंदर सिंह रियाड़, हजूर सिंह, हरदीप सिंह, जोगिंद सिंह, बिक्रमजीत सिंह, जसबीर सिंह आदि उपस्थित थे।