गुरदासपुर,7 सितंबर। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा जारी किए गए तीन आर्डीनेंस समेत बिजली संशोधन बिल 2020 को रद्द करवाने के लिए किसान संघर्ष कमेटी ने सोमवार को डीसी कार्यालय के समक्ष धरना देकर जेल भरो आंदोलन शुरु किया। वहीं इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा। उधर धरने के दौरान एसडीएम द्वारा किसानों को बातचीत के लिए अपने आफिस बुलाया तो किसानों ने उनके साथ बात करने से साफ मना कर दिया। किसानो ने कहा कि हर बार उन्हें आश्वासन देकर टाल दिया जाता है। सरकार किसानों को मारने पर तुल आई है। यह धरना दजोन प्रधान गुरप्रीत सिंह खानपुर,कुलबीर सिंह काहलों, रणबीर सिंह, गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व में दिया गया।
किसान नेताओं ने कहा कि आर्डीनेंस के विरोध में पंजाब भर में डीसी कार्यालयों के समक्ष किसानों द्वारा धरने दिए जा रहे हैं। किसानों मजदूरों द्वारा गिरफ्तारियां दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि किसान कोरोना से सरकार की नीतियों से मरेंगे। केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान मजदूर दिनों दिन आर्थिक बोझ तले दबे जा रहे हैं। किसान ने कहा कि वे अपना संघर्ष तब तक नहीं रोकेंगे।जब तक आर्डीनेंस रद नहीं कर दिए जाते। उन्होंने कहा कि केद्र सरकार की लोक विरोधी नीतियों के कारण हर वर्ग दुखी है। चुनाव के समय सरकार द्वारा जो वादे किए गए थे। उसके उलट फैसले लिए जा रहे हैं। सरकार आए दिन किसानों पर नया आर्थिक बोझ डाल रही है। आखिर किसान जाए तो कहां जाए। पहले से ही किसान र्कज के तले दबे हुए हैं। वहीं मौसमी मार के कारण हर साल किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं। जिसका सरकार द्व्रारा मुआवजा तक नहीं दिया जाता। इन हालातों में आर्डीनेंस लगाकर केंद्र सरकार ने किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया है। आर्डीनेंस लागू होने के साथ ही किसान हर हाल में दब जाएंगे। इसलिए जब तक आर्डीनेंस रद नहीं होते। तब तक वे अपना संघर्ष नहीं रोकेंगे।