शनिवार को भी दुकाने खोली जाए या पूर्ण तौर पर किया जाए लॉकडाउन, बुरे दौर से गुजर रहा व्यापारी
गुरदासपुर,5 सितंबर (मनन सैनी)। वीकेंड पर लॉकडाउन लगाए जाने से सताए व्यापारियों ने शनिवार को हनुमान मंदिर में बैठक करने के उपरांत गुरदासपुर के डिप्टी कमिशनर मोहम्मद इशफाक की रिहायश के बाहर धरना दिया गया। जिसकी सूचना मिलने पर धरना स्थल पर पहुंचे डीएसपी सुखपाल सिंह के साथ व्यापारियों की काफी बहसबाजी हुई। जिन्होने व्यापारियों को कोरोना काल के चलते सरकार एवं प्रशासन की ओर से लगाई गई पांबधियों की पालना करने के लिए कहा। परन्तु व्यापारियों की ओर से भारी आक्रोश के चलते उन्होने डीसी गुरदासपुर के बाहर नारेबाजी कर उसके उपरांत डिप्टी कमिशनर को सौंपा। वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए 25-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ डिप्टी कमिशनर के आदेशों की अवेहलना एवं एपिडेमिक डीजीज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
व्यापारियों की मांग थी कि सोमवार से लेकर शनिवार तक सुबह 9 से शाम 7 बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए। जबकि डीसी द्वारा पत्र जारी कर शनिवार और रविवार वीकेंड पर लॉक डाउन लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि कुछ दिन पहले व्यापारियों द्वारा डीसी को शनिवार भी दुकानें खोलने की अनुमति देने को लेकर मांग की गई थी। मांग स्वीकृत ना होने से गुस्साए व्यापारियों ने शनिवार सुबह 10:30 बजे रिहायश के बाहर धरना लगाकर डीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
व्यापारी संदीप अबरोल, करण महाजन, पवन शर्मा ने बताया कि महामारी की आड़ में राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से वीकेंड पर लॉकडाउन लगाकर व्यापारियों को दबाया जा रहा है। पहले ही 3 महीने कामकाज बंद होने के कारण व्यापारी घरों में बंद होकर रह गए थे। घरों का खर्च चलाना मुश्किल हो गया था। उन्होने कहा कि पहले से मंदी की मार झेल रहे दुकानदारों पर बैंकों की ओर से छह माह का व्याज इकठ्ठा डाल दिया गया है, बिजली के बिल इकठ्ठे आ गए। जबकि वीकडाऊन लॉक डाउन के चलते अब दुकानदारों का महीना 20-21 दिन का हो गया है। संदीप अबरोल ने बताया कि नगर कौंसिल की हद के बाहर दुकाने खुली होने के चलते नगर कौंसिल की हद के अंदर दुकानदारों को भारी नुकसान हो रहा है। व्यापारियों की मांग थी कि या तो वीकेंड कर्फ्यू खत्म किया जाए या पूरी तरह लॉकडाउन किया जाए।
वहीं डीएसपी सिटी सुखपाल सिंह ने बताया कि दुकानदारों ने सरकार तथा प्रशासन की ओर लगाए गए पाबंधियों को दरकिनार कर कानून की अवहेलना की है ।जिसके चलते करीब 25-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।