गुरदासपुर, 11 अगस्त (मनन सैनी) । बब्बरी स्थित सिवल अस्पताल गुरदासपुर में हिमोफीलिया बिमारी का इलाज शुरु कर दिया है। गत दिनों हिमोफीलिया के तीन मरीजों को एसएमओ डॉ चेतना की निगरानी तले डॉ पूजा (पैथोलॅाजिस्ट), डॉ प्रेम ज्योति ( मेडिसिन विशेशज्ञ) तथा डॉ अजेश्वर महंत (बच्चों के माहिर) ने मरीजों को पूरा इलाज उपलब्ध करवाया।
गौर रहे कि गुरदासपुर में कुल 11 मरीज है जिन्हे इसके इलाज के लिए अमृतसर या पीजीआई चंडिगढ़ का रुख करना पड़ता था। सिवल अस्पताल में कोरोना मरीजों के साथ साथ उक्त मरीजों पर भी पूरी तरह ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
इस संबंधी जानकारी देते हुए एसएमओं डॉ चेतना ने बताया कि हिमोफीलिया के मरीजों के खून में क्लाटिंग फैक्टर की कमी हो जाती है। जिस कारण शरीर में कहीं भी खून का बहाव शुरु हो जाता है। जिससे मरीजों को काफी परेशानी होती है। जिसमें एंटी हिमोफीलिक फैक्टर की जरुरत होती है। इस बिमारी में हिमोफीलिया- ए में फैक्टर आठ की जरुरत होती है, जबकि हिमोफीलिया -बी में फैक्टर नौं की जरुरत होती है। इन फैक्टर्ज की कीमत कम से कम 10 से 11 हजार रुपए होती है।
परन्तु यह फैक्टर पी.एस.ए.सी.एस की तरफ से बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध करवाए जा रहे है। जिसके चलते मरीजों को अब अमृतसर या चंडिगढ़ जाने की जरुरत नही होगी।यह फैक्टर सिवल अस्पताल गुरदासपुर के ब्लड़ बैंक में मुफ्त लगाए जाएगें।