गार्डियन ऑफ गवर्नेंस कर रहे मनरेगा कार्यों पर विशेश निगरानी, गुणवत्ता की भी कर रहे जांच
काहनूवान ब्लाक खर्च करने में पहले स्थान पर काबिज दीनानगर सबसे नीचे, डीसी का कहना कुछ ब्लाकों को सुधार की जरुरत
गुरदासपुर, 4 अगस्त (मनन सैनी) । जिले में मनरेगा के तहत विकास कार्य करवाने में जिला गुरदासपुर ने काफी रफ्तार पकड़ी है तथा जिला गुरदासपुर पंजाब में पहले स्थान पर आने की ओर अग्रसर है। पंजाब में जिला गुरदासपुर ने दूसरा स्थान हासिल किया है, जबकि लुधियाना जिला अभी तक करीब डेढ़ करोड़ ज्यादा खर्च करने के चलते पहले स्थान पर काबिज है। वहीं मुक्तसर जिला तीसरे स्थान पर है।
2 अगस्त 2020 के आंकड़ों के अनुसार जिला गुरदासपुर में मनरेगा के तहत अब तक कुल 25 करोड़ 90 लाख 13 हजार रुपए के विकास कार्य करवाए गए है जिसमें 7 करोड़ 68 लाख 77 हजार रुपए के पिछले बिल शामिल है । वहीं लुधियाना जिले में कुल 27 करोड़ 52 लाख 29 हजार रुपए खर्च किए गए है, जिसमें 3 करोड़ 30 लाख 04 हजार रुपए के पिछले बिल पेंडिग है। वहीं तीसरे स्थान पर आने वाले जिला मुक्तसर में कुल 25 करोड़ 49 लाख 46 हजार रुपए खर्च किए गए है जिसमें 5 करोड़ 11 लाख 69 हजार भी शामिल है।
जिला गुरदासपुर में काहनूवान ब्लाक मे विकास कार्यो पर वास्तविक तौर पर 2 करोड़ 37 लाख 6 हजार रुपए खर्च किए गए है तथा जिले में उक्त ब्लाक पहले स्थान पर काबिज है। जबकि दूसरे स्थान पर फतेहगढ़ ब्लाक है जहां 2 करोड़ 33 लाख 88 हजार रुपए खर्च किए गए है और तीसरे स्थान ब्लाक डेरा बाबा नानक ने 1 करोड़ 64 लाख 81 हजार रुपए खर्च कर हासिल किया है। वहीं गुरदासपुर ब्लाक में कुल 1 करोड़ 63 लाख 95 हजार, बटाला में 1 करोड़ 63 लाख 15 हजार, दोरांगला ब्लाक में 1 करोड़ 36 लाख 07 हजार रुपए खर्च किए गए है।
वहीं जिले मे सबसे कम दीनानगर, श्रीहरगोबिंदपुर तथा कादियां में खर्च किए गए है। नीचे से उपर कम्रवार अनुसार दीनानगर ने महज 72 लाख 04 हजार रुपए, श्री हरगोबिंदपुर ने 76 लाख 09 हजार रुपए और कादियां ने महज 90 लाख 96 हजार रुपए विकास कार्यों पर खर्च किए है। इसी तरह कलानौर में 1 करोड़ 06 लाख 21 हजार रुपए तथा धारीवाल में 1 करोड़ 09 लाख 05 हजार रुपए खर्च किए गए है।
गुरदासपुर के डिप्टी कमिसनर मोहम्मद इश्फाक ने बताया कि दीनानगर, श्रीहगोबिंदपुर तथा कादियां ब्लाक में सुधार किया जाएगा। उन्होने बताया कि मनरेगा के तहत जिले ने पहले के मुकाबले बेहद रफ्तार पकड़ी है। डीसी इश्फाक का कहना है कि जिले में मनरेगा के तहत माल सप्लाई करने के लिए काफी सप्लायर मिल रहे है। मनरेगा के तहत कार्य की निगरानी तथा क्वालिटी चैक गार्डियंस आफ गवर्नैंस के सेवामुक्त आर्मी अधिकारी कर रहे है। उन्होने आशा वयक्त की कि आने वाले समय में गांवों की नुहार बदल जाएगी।