नया तरीका अपना कर ब्लैड़र में अच्छी तरह पैक कर नदी में बहाई गई थी खेप, करीब 1500 मीटर रस्सी भी बरामद.
गुरदासपुर, 19 जुलाई (मनन सैनी)। भारत पाकिस्तान सीमा पर विदेशी तस्करों की ओर से नए नए तरीके अपना कर अंतराष्ट्रीय स्तर पर तस्करी को अंजाम देने की कौशिश की जाती रही है। जिसे बीएसएफ के जवानों की ओर से उनसे एक कदम आगे चल कर उनके हर नापाक मंसूबे को मूंहतोड़ जवाब दिया जाता रहा है। तस्करों की ओर से अपनाए गए ऐसे ही एक नये तरीके की बीएसएफ के जवानों की ओर से की गई काट शनिवार देर रात देखने को मिली। जहां बीएसएफ के 10 बटालियन के जवानों ने नंगली पोस्ट पर तस्करों के नए तरीके से भेजी गई 60 पैकेट हेरोइन जब्त कर नशा तस्करों को भारी नुक्सान पहुंचाया है। हालाकि जिस तरीके से विदेशी तस्करों ने हेरोइन की खेप को भारतीय तस्करों तक पहुंचाने के लिए चुना उसके जरिए तस्कर खेप को भारतीय सीमा के 100 मीटर अंदर तक प्रवेश करवाने में सफल हो चुके थे। परन्तु जवानों की तेज तरार चौकस नजरों ने उन्हे सफल नही होने दिया।
बीएसएफ के डीआईजी गुरदासपुर राजेश शर्मा ने बताया कि शनिवार देर रात करीब 2.45 पर बीएसफ की 10 बटालियन के डयूटी पर तैनात संतरी ने नंगली पोस्ट के पास से निकलते रावी दरिया में हरकत देखी और पानी में तैराती घास फूस देखी। उसकी हरकत पर शक जाहिर करते हुए संतरी ने तुंरत बीएसएफ के अधिकारियों को इस संबंधी सूचित किया। अधिकारियों ने बोट के जरिए उक्त जगह तक पहुंच की और पाया कि सांप जैसी कुछ चीज पानी में तैर रही था। जिसे गौर से परखने पर एक कपड़े में लपेटा कुछ सामान दिखा जिस पर घास लगाई हुई थी। उक्त सामान को जब्त कर जमीन पर लाया गया तो पानी में डूबे 60 ब्लैड़र पाए गए। जिनकी जांच परख करने पर उसमें से 60 पैकेड़ हेरोइन बरामद की गई।
डीआईजी शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से इस खेप को पानी में रास्सी बांध कर बहाया गया था और जवानों की ओर से रात को खींचने पर उक्त खेप के साथ रस्सी करीब 15 सौ मीटर थी। इस उपरांत बीएसएफ की ओर से रात को ही सर्च अभियान भी छेड़ा गया। परन्तु भारत में खेप को लेने आया तस्कर शायद पता लगने पर मौके पर से अंधेरे का फायदा उठा कर फरार होने में सफल हो गया।
बीएसएफ के डीआईजी गुरदासपुर राजेश शर्मा ने बताया कि बीएसएफ के जवान 24 घंटे डयूटी पर मुस्तैदी से तैनात रहते हैं और जब मौसम खराब हो जाता है तो जब रावी में पानी बड़ जाता है तो हम एर्लटनेस और बडा देते हैं। क्योंकि पाकिस्तानी तस्कर अकसर रावी दिया में पानी का स्तर बड़ने के कारण नशीले पदारथों की खेप भारत में भेजने के ताक में रहते हैं। लेकिन बीएसएफ के जवान हमेशां की तरह सरहद पर सर्तक रहते हैं। इसी के चलते उनकी ओर से नया तरीका अपनाया गया है। जिसे बीएसएफ के जवानों ने नाकाम किया है।
गौर रहे कि इस से पहले 2017 दिसंबर में भी 55 किलो हैरोइन पकड़ी थी जिसे पाकिस्तानी तस्करों की ओर से भेजा गया था। जिसे प्लास्टिक की पाईप के जरिए भेजा गया था।