एमरजेंसी सुविधाएं भी रहेंगी पूर्णतय ठप
गुरदासपुर, 22 जून। आईएमए गुरदासपुर की ओर से डाक्टर और लोक विरोधी सीईए एक्ट लागू होने के विरोध में एक दिन की पूर्ण तौर पर हड़ताल मंगलवार को करने जा रही है। इस एक दिवसीय हड़ताल को पूर्ण तौर पर लागू करने के लिये जिला गुरदासपुर के समूह निजी अस्पतालों के डाक्टरों की बैठक हुई। जिसमें सर्वसम्मति से इस लोक विरोधी एक्ट के रोष स्वरुप एक दिवसीय हड़ताल रखने का फैसला किया गया वहीं पूरा दिन एमरजेंसी सेवाएं भी बंद रखने को कहा गया। इस संबंधी उक्त की ओर से 14 जून के विधायकों, मंत्रीयों से मुलाकात की गई, 16 जून को प्रशासन को मांग पत्र दिया गया तथा 18 को मीडियां में भी मुद्दा उठाया गया।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि इस कोरोना महामारी के भ्यानक दौर में सरकार डाक्टरों को सबसिडी तथा अन्य सुविधाएं देने की बजाये डाक्टरों को बेवजह तंग परेशान किया जा रहा है। जबकि मेडिकल क्षेत्र में पहले ही 43 एक्ट लागू होते हैं फिर इस नये एक्ट को बनाने की क्या जरुरत है। उन्होने कहा कि इस नीति के चलते सरकारें कारपोरेट को बढ़ावा दे रही है। जिससे आम जनता के लिए इलाज करवाना महंगा हो जाएगा। वहीं सरकार की ओर से एमबीबीएस करने की फीस में भी भारी बढ़ौतरी की गई है।
सरकार इस समय जहां सरकारी सेहत विभाग को सही तरह से चलाने में नाकामयाब रही है वहीं रजिंदरा मेडिकल कालेज को प्राइवेट करने की कोशिश क्यों कर रही है। जबकि अस्पताल पहले से ही हो रही 75 फीसदी सेहत संबंधी सेवाएं आम जनता को मुहैया करवा रहे हैं। उन्होने कहा कि सरकार इस सीईए एक्ट अपने मतलब के लिये और अपनी बनती जिम्मेवारी से बचने के लिये बना रही है। इस मौके पर अन्य के अलावा डा. गुरखेल सिंह कलसी, डा. गुरदीप कौर पन्नू, डा. अशोक आबराय, डा. सुनील कौशल, डा. अजय अबरोल, डा.अशोक महाजन आदि उपस्थित थे।