दलित व्यक्ति ने लगाया कोरोना कोरोना व जातिसूचक शब्दों से चिढ़ाने का आरोप
एसएसपी बटाला से की इंसाफ की मांग
कादियां (गुरदासपुर)। कादियां के निकटवर्तीय गांव चीमा में उत्तराखंड से आये एक व्यक्ति की ओर से आरोप लगाए गए है कि दलित होने तथा जिले में वापिस आने के उपरांत आईसोलेशन वार्ड में रहने के चलते गांव के कुछ लोगों की ओर से उसे तंग परेशान किया जाता रहा। जबकि उक्त लोगो की ओर से ही कुछ दिन पहले उसे तेजधार हथियारों से हमला कर घायल किया गया। इस संबंधी उसने एसएसपी बटाला के समक्ष शिकायत दी तथा इंसाफ की मांग की।
जानकारी देते हुए जोगिन्द्र सिंह पुत्र चन्न सिंह निवासी गांव चीमा ने बताया कि वह दलित समाज से संबंधित है तथा उत्तराखंड में एक कंपनी में काम करता है। लाकडाऊन के चलते वह कुछ दिन पहले घर वापिस आया और चार दिन चंडिगढ़ तथा चार दिन बटाला में आईसोलेशन वार्ड में रहा। वहीं इसी के चलते गांव के ही कुछ लोगो की ओर से उसे कोरोना कोरोना कह कर उसका मजाक उड़ाते हुये जातिसूचक शब्द बोल कर परेशान करते रहे।
विरोध करने पर उक्त लोग 28 मई की रात को उसके घर में जबरन दाखिल हुए तथा तेजधार हथियारों से उस पर हमला करने पर उतारू हो गये तथा परिवारिक सदस्यों को भी मारने की धमकीयां देने लगे। उसे तेजधार हथियारों से घायल कर दिया। जिस पर उसकी ओर से पुलिस थाना कादियां मे शिकायत की गई तो पुलिस ने उन्हें सिविल अस्पताल में दाखिल होने के लिये भेज दिया। जहां पर उसका इलाज कर उसे वापिस भेज दिया गया। पुलिस की ओर से दोनो पक्षों को 29 मई को बुलाया गया परन्तु कोई कारवाई नही हुई। वहीं दूसरी तरफ आरोपी खुद अस्पताल में दाखिल हो गए।
इस सम्बन्ध एसएसपी बटाला तथा एसडीएम बटाला को दी शिकायत दी गई तथा उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुये आरोपीयों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते की। वहीं न्यू क्रिश्चियन सभा की अध्यक्षा नीतू खोलसा ने कहा कि अगर सम्बन्धित लोगों के विरूद्ध कार्रवाई न हुई तो इस मामले में संघर्ष को तेज करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
जब इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी परमिन्द्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले सम्बन्धी शिकायत पर कार्रवाई की जा रही है तथा दूसरी पार्टी की 326 की रिर्पोट आई है जिसकी जांच चल रही है कि वह झगड़े वाले दिन की है या फिर बाद की है। जांच के बाद बनती कार्रवाई की जायेगी।